Edited By Desh sharma, Updated: 20 Jan, 2022 09:15 PM
प्यार का कोई धर्म नहीं होता, न ही प्यार रंग, जाति और सरहद मानता है । ऐसा एक बार फिर साबित हुआ है ।मोरक्को की मुस्लिम लड़की और भारत के हिंदू लड़के के नैन चार क्या हुए दोनों एक हो गए । मोरक्को की 24 साल की छात्रा फादवा लैमाली और ग्वालियर के अविनाश...
ग्वालियर(अंकुर जैन)-: प्यार का कोई धर्म नहीं होता, न ही प्यार रंग, जाति और सरहद मानता है । ऐसा एक बार फिर साबित हुआ है ।मोरक्को की मुस्लिम लड़की और भारत के हिंदू लड़के के नैन चार क्या हुए दोनों एक हो गए । मोरक्को की 24 साल की छात्रा फादवा लैमाली और ग्वालियर के अविनाश दोहरे बुधवार को सदा के लिए एक दूसरे के हो गए । जानकारी के मुताबिक मोरक्को की फादवा यहां पर निजी कालेज में पढ़ती है ।
सोशल मीडिया पर उसकी पहचान ग्वालियर के अविनाश से हुई और जल्द ही उनकी दोस्ती प्यार में बदल गई । दोनों ने अपने रिश्ते के बारे में परिवार वालों को बताया, पर मजहब आड़े आ गया और लड़की के परिवार वाले नाराज हो गए । लेकिन बाद में दोनों का प्यार देखकर घरवाले सहमत हो गए। दोनों के परिवार राजी होते ही फादवा ने शादी के लिए अपने देश से एनओसी मांगी । कानूनी प्रक्रियाएं पूरी होने के बाद मोरक्को से अनुमति मिल गई । दोनों ने ग्वालियर कलेक्ट्रेट स्थित एडीएम कोर्ट में आवेदन दिया था। एडीएम एचवी शर्मा ने खुद दोनों को विवाह प्रमाण पत्र प्रदान कर शुभकामनाएं दी हैं।
ग्वालियर के अविनाश दोहरे और फादवा लैमाली ने पिछले साल अक्टूबर महीने में विशेष विवाह अधिनियम के तहत आवेदन पत्र पेश किया था। दोनों आवेदकों ने अपने-अपने गवाह भी पेश किए, जिनके हस्ताक्षर के बाद प्रमाण पत्र मिला। इससे पहले इस मामले में मोरक्को से एनओसी जारी नहीं हुई थी जिसके चलते ही विवाह प्रमाण पत्र जारी करने में देर हुई। लिहाजा सारी बाधाएं दूर होने के बाद अब फादवा और अविनाश इस जन्म के लिए एक-दूसरे के दो गए हैं। आपको बता दें कोविड काल के बाद दोनों ने रिसेप्शन देने की बात भी कही है।