Edited By meena, Updated: 20 Feb, 2025 12:53 PM
शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद का कुंभ में नहाने को लेकर बड़ा बयान सामने आया है...
बेमेतरा : शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद का कुंभ में नहाने को लेकर बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि महाकुंभ की व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि स्नान करने वाले पानी में गंदे नालों का पानी आ रहा है और करोड़ों लोगों को मल मूत्र में डुबकी लगानी पड़ रही है। शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के महाकुंभ को मृत्युकुंभ कहे जाने बयान का समर्थन भी किया।
महाकुंभ की व्यवस्था पर उठाए सवाल
शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने महाकुंभ की व्यवस्था पर हमला बोलते हुए कहा कि “300 किलोमीटर लंबा ट्रैफिक जाम था, अगर ये कुप्रबंधन नहीं है तो क्या है? लोगों को अपना सामान लेकर 25-30 किलोमीटर पैदल चलना पड़ा। नहाने के लिए आने वाला पानी सीवरेज के पानी में मिला हुआ है और वैज्ञानिक इसे नहाने लायक नहीं मानते, फिर भी आप करोड़ों लोगों को इसमें नहाने के लिए मजबूर कर रहे हैं। आपका काम था कि या तो नालों को कुछ दिनों के लिए बंद कर देते या फिर उन्हें डायवर्ट कर देते ताकि लोगों को नहाते वक्त शुद्ध पानी मिल सके।
उन्होंने कहा कि ‘आपको 12 साल पहले पता था कि कुंभ 12 साल बाद आएगा, फिर आपने इस संबंध में कोई प्रयास क्यों नहीं किए। जब पहले से पता था कि इतने लोग आएंगे और जगह सीमित है, तो इसके लिए योजना बनानी चाहिए थी। आपने कोई योजना नहीं बनाई, झूठा प्रचार किया गया। 144 साल की बात ही झूठ है। भीड़ प्रबंधन और आतिथ्य सिद्धांतों का पालन नहीं किया गया।
ममता बनर्जी के मृत्युकुंभ बयान का किया समर्थन
शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के महाकुंभ को मृत्युकुंभ कहे जाने बयान का समर्थन भी किया। उन्होंने कहा कि कुंभ में मृत्यु हुई है इसलिए तो कोई कह रहा है इसमें ग़लत क्या है। ये बात तो सही है कि सरकार मौत का आंकड़ा भी नहीं बता पा रही है। ये राजनीतिक दलों की भाषा है इसलिए ये ज्यादा बोल रहे हैं अगर किसी को बोलने का मौका दोगे तो वो बोलेगा ही।