Edited By meena, Updated: 09 Aug, 2020 03:27 PM
छत्तीसगढ़ में बड़े जोर-शोर से शुरु की गई गोधन न्याय योजना अब सरकार के लिए ही परेशानी का सबब बनती जा रही है। हरेली के दिन छत्तीसगढ़ शासन ने किसानों के हित में गोधन न्याय योजना लागू की लेकिन अभी किसानों को योजना का सही तरीके से लाभ मिला भी नहीं कि...
छत्तीसगढ़(अभिषेक झा): छत्तीसगढ़ में बड़े जोर-शोर से शुरु की गई गोधन न्याय योजना अब सरकार के लिए ही परेशानी का सबब बनती जा रही है। हरेली के दिन छत्तीसगढ़ शासन ने किसानों के हित में गोधन न्याय योजना लागू की लेकिन अभी किसानों को योजना का सही तरीके से लाभ मिला भी नहीं कि गोबर की चोरी शुरु हो गई। चोरों को शायद गाय का ये गोबर अन्य चीजों से ज्यादा कीमती लगता है क्योंकि छत्तीसगढ़ अब इस गोबर की अच्छी कीमत जो दे रही है।
मामला कोरिया का है जहां मनेंद्र गढ़ केग्राम पंचायत रोझी में 2 किसानों के बारी से गोबर की चोरी कर ली गई है। परेशान किसानों ने अब इसकी शिकायत गौठान समिति से की है, जो इस मामले की जांच कर रही है। गोबर चोरी की खबर लगते ही ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। ग्रामीणों ने गौठान समिति अध्यक्ष को जानकारी दी। बता दें कि हाल ही में 5 अगस्त को भूपेश सरकार ने गोधन योजना के तहत गोबर खरीदी का पहला भुगतान हितग्राहियों को किया है, जिसके बाद अब कोरिया जिले के मनेंद्र गढ़ के रोझी पंचायत में गोबर चोरी का पहला मामला सामने आया है फिलहाल गौठान समिति ने जांच शुरू कर दी है और ग्रामीणों से पूछताछ की जा रही है।
बता दें कि छत्तीसगढ़ में गोधन योजना के तहत राज्य सरकार पशुपालकों से गोबर खरीद कर उससे जैविक खाद तैयार करती है। बघेल सरकार पशुपालकों से 2 रुपए किलो की दर से गोबर की खरीदारी कर रही है।