Edited By suman, Updated: 21 Feb, 2019 12:52 PM
मध्यप्रदेश में 15 साल बाद सत्ता में कांग्रेस के लिए अपनों को साधना मुश्किल हो रहा है। निर्दलीय और अन्य पार्टियों के समर्थन से बनी सरकार में काम नहीं करा पाने और सरकार में उचित स्थान नहीं मिलने से कई विधायक नाराज हैं|। बुधवार को बसपा विधायक रामबाई ने...
भोपाल: मध्यप्रदेश में 15 साल बाद सत्ता में कांग्रेस के लिए अपनों को साधना मुश्किल हो रहा है। निर्दलीय और अन्य पार्टियों के समर्थन से बनी सरकार में काम नहीं करा पाने और सरकार में उचित स्थान नहीं मिलने से कई विधायक नाराज हैं|। बुधवार को बसपा विधायक रामबाई ने कमलनाथ सरकार पर भेदभाव करने का आरोप लगाते हुए काम नहीं करा पाने और अधिकारियों के तबादले नहीं करा पाने की पीड़ा जाहिर की थी। वहीं कई विधायक शिलान्यास पट्टिका में नाम नहीं लिखे जाने से नाराज हैं। मंत्रियों के रवैये से नाराज 27 विधायकों ने क्लब बनाया है। यह सभी मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात करेंगे।
दरअसल, सरकार बने दो माह हो गए हैं, जिसके बाद विधायकों की शिकायतें सामने आने लगी हैं। मंत्रियो के रवैये से विधायक नाराज हैं। विधायक दल की बैठक में भी विधायकों ने आवाज उठाई थी कि मंत्री उनकी सहमति के बिना ही तबादले कर रहे हैं। वहीं भूमिपूजन शिलान्यास कार्यक्रमों में भी विधायकों की उपेक्षा पर विधायक नाराज हैं।