Edited By meena, Updated: 03 Jan, 2024 06:37 PM
छतरपुर में जिला अस्पताल छतरपुर में पदस्थ एक नर्स जो नाईट ड्यूटी के लिए अस्पताल जा रही थी
छतरपुर (राजेश चौरसिया): छतरपुर में जिला अस्पताल छतरपुर में पदस्थ एक नर्स जो नाईट ड्यूटी के लिए अस्पताल जा रही थी जिसके साथ गंभीर वारदात होने का मामला सामने आया है। इसी दौरान महल रोड पर नर्स को जबरन गाड़ी में बैठाने की कोशिश की गई। लड़की ने चिल्लाना शुरू किया। आवाज सुनकर लोगों ने आरोपियों को घेर लिया। पुलिस ने एक लड़की दो लड़कों को हिरासत में ले लिया है। साथ ही कार को जब्त कर लिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। घटना मंगलवार की है।
●यह है पूरा मामला
शिकायतकर्ता नर्स नीलम श्रीवास ने बताया कि वह जिला अस्पताल में नर्स के पद पर पदस्थ है। मंगलवार को उसकी नाइट ड्यूटी थी। इस कारण वह पैदल अपने किराए के मकान से महल रोड से जिला अस्पताल जा रही थी। रात को 8:15 बजे महलरोड पर शिव श्माघर के पास अमित भारद्वाज 30 वर्ष पिता महेश भारद्वाज निवासी बालाघाट मध्य प्रदेश ने उसे रोका। उसके साथ एक युवक और युवती साथ में थे। वह अमित को जानती थी, इस कारण रुक गई। इसी बीच आरोपी ने उसे जबरन कार में बैठने और अगवा करने की कोशिश की। उसके शोर मचाने पर लोगों ने बचा लिया। नीलत ने बताया कि उसकी एक साल पहले अमित के साथ शादी तय हुई थी, लेकिन उसके परिवार ने शादी तोड़ दी थी। इसके बावजूद अमित शादी के लिए दबाव बना रहा था इस कारण उसने जनवरी 2023 बालाघाट में परिवार परामर्श केंद्र बालाघाट में मामले की शिकायत की थी। वहीं अब देर रात ही नर्स ने सिटी कोतवाली में शिकायती आवेदन देकर कार्रवाई करने की मांग की है।
●आरोपियों ने अपना पक्ष रखा
वहीं आरोपी अमित भारद्वाज ने बताया कि वह अपने चाचा के लड़के आकाश और बहन राखी के साथ 31 जनवरी को बालाघाट से चलकर बागेश्वर धाम आए थे जो 1 जनवरी को बागेश्वर धाम पहुंचे जहां अब वे मंगलवार 2 जनवरी को बागेश्वर धाम से दर्शन करके वापस अपने घर जा रहे थे। जहां अमित ने आकाश और राखी से कहा कि यहां छतरपुर जिला अस्पताल में नीलम से (जिससे कि उसकी शादी तय हुई थी) बात कर लेते हैं। तो वह लोग सामान्य बात करने आ गए थे। इसी दौरान नीलम ने हल्ला कर दिया और यह बवाल हो गया। कोतवाली पुलिस ने आरोपी दोनों लड़कों और लड़की को हिरासत में ले लिया है। साथ ही नर्स के आवेदन पर जांच शुरू कर दी है।
राखी बताती है कि 30 वर्षीय अमित पिता पिता महेश भारद्वाज निवासी बालाघाट उसकी बड़ी मम्मी का बेटा है और वह बालाघाट में रहता है। तो वहीं राखी और उसका भाई आकाश दोनों सगे भाई-बहन हैं जो कि नरसिंहपुर में रहते हैं। उनका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं वह तो दर्शन करने आये और भाई के कहने पर यहां मिलने आ गये और यह बबाल हो गया। इस मामले में हम लोगों का कोई कसूर नहीं है। हमें नीलम द्वारा फंसाया जा रहा है हम और हमारे भाई निर्दोष हैं।