Edited By meena, Updated: 03 May, 2024 07:17 PM
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के इमरती देवी पर दिए बयान के बाद मध्य प्रदेश की सियासत गरमाई हुई है........
भोपाल : कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के इमरती देवी पर दिए बयान के बाद मध्य प्रदेश की सियासत गरमाई हुई है। इसी कड़ी में मंत्री कृष्णा गौर ने शुक्रवार को प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कांग्रेस और जीतू पटवारी को निशाने पर लिया। कृष्णा गौर ने कहा कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने प्रदेश की पूर्व मंत्री एवं दलित महिला शक्ति का सशक्त प्रतिनिधित्व करने वाली इमरती देवी को लेकर अमर्यादित टिप्पणी कर अपमानित किया है। यह केवल इमरती देवी का ही अपमान नहीं, बल्कि देश की समस्त नारी शक्ति और अनुसूचित जाति समाज का अपमान है। कांग्रेस की मानसिकता और मूल चरित्र हमेशा से महिला और दलित विरोधी रहा है। कांग्रेस का आज देश में होना ही सबसे बड़ा दुर्भाग्य हो गया है, क्योंकि कांग्रेस ने कभी भी महिलाओं और देश की संस्कृति का सम्मान करना तो दूर उसे हमेशा तार-तार करने का प्रयास किया है। हमारी संस्कृति में महिलाओं को पूजा जाता है, लेकिन कांग्रेस को जब भी मौका मिलता है हमेशा महिलाओं का अपमान ही करती है।
मंत्री कृष्णा गौर ने कहा कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि महिलाओं का उनके लिए कोई महत्व नहीं है और कांग्रेस आज भी महिलाओं का अपमान कर रही है। गौर ने कहा कि क्या जीतू पटवारी अपने घर की महिलाओं में भी चासनी और रस ढूंढते हैं, जवाब दें। सोनिया, प्रियंका सहित कांग्रेसियों की चुप्पी क्या पटवारी के बयान पर मौन सहमति है। कांग्रेस पार्टी को भी इस बात का जवाब देना होगा। मैं महिला और भारतीय जनता पार्टी की तरफ से जीतू पटवारी के इस महिला विरोधी बयान की कड़े शब्दों में निंदा करती हूं।
क्या जीतू पटवारी पार्टी की महिलाओं को भी इसी नजर से देखते हैं
प्रदेश शासन की मंत्री कृष्णा गौर ने कहा कि क्या जीतू पटवारी पार्टी की महिला नेताओं सहित घर की महिलाओं के बारे में भी ऐसी ही सोच रखते हैं। इस मामले में “लड़की हूं लड़ सकती हूं“ बोलने वाली कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी और सोनिया गांधी जीतू पटवारी के महिला विरोधी बयान पर कुछ बोलेंगी या उन्हे मौन स्वीकृति देंगी। अभी तक कांग्रेस के किसी भी नेता ने इस पर कुछ नहीं बोला है, इससे माना जा सकता है इस बयान पर वह जीतू पटवारी के साथ खड़े हैं, एक दलित महिला से उनका कोई लेना-देना नहीं है। जीतू पटवारी और अन्य कांग्रेसी नेताओं की घृणित मानसकिता के कई उदाहरण हैं जो इस बात को साबित करते हैं कि कांग्रेसियों को महिलाओं का अपमान करने में मजा आता है।
राहुल गांधी से लेकर कमलनाथ, दिग्विजय सिंह ने किया महिलाओं का अपमान
प्रदेश शासन की मंत्री कृष्णा गौर ने कहा कि राहुल गांधी, दिग्विजय सिंह, कमलनाथ और जीतू पटवारी से लेकर रणदीप सुरजेवाला, सुप्रिया श्रीनेत सहित कई नेताओं ने महिलाओं का अपमान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। राहुल गांधी को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ में महिला शक्ति को लेकर भी अमर्यादित टिप्पणी कर चुके हैं। दिग्विजय सिंह ने अपनी ही पार्टी की महिला नेता को टंच माल कहा था और कमनलाथ ने इमरती देवी को आइटम तक कहा था। रणदीप सुरजेवाला ने तो सांसद हेमा मालिनी पर अशोभनीय टिप्पणी की। वहीं, सुप्रिया श्रीनेत ने मंडी से भाजपा प्रत्याशी व फिल्म कलाकार कंगना रणौत को लेकर अभद्र भाषा का उपयोग किया। कांग्रेस में ऐसे एक-दो नहीं, बल्कि अनेक नेताओं की फौज है, जिसने समय-समय पर महिलाओं का अपमान करके निंदनीय काम कर अपनी मानसिकता का परिचय दिया है। जीतू पटवारी ने इमरती देवी ही नहीं पूरे दलित समाज का अपमान किया है। कांग्रेस पार्टी को अपने अपमान के लिए दलित समाज सबक सिखाएगा।
कांग्रेस की महिला नेता पार्टी में ही सुरक्षित नहीं
प्रदेश शासन की मंत्री कृष्णा गौर ने कहा कि इस बात का भी दुख है कि कांग्रेस में कांग्रेस की महिलाएं ही सुरक्षित नहीं हैं। हाल ही में छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की नेशनल मीडिया कॉर्डिनेटर राधिका खेड़ा का प्रदेश कार्यालय का वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह रो-रो कर अपने साथ हुए दुर्व्यवहार का जिक्र कर रही थी। ऐसा पहले भी कांग्रेस में अनेकों बार हो चुका है। सरला मिश्रा और नैना साहनी के साथ क्या हुआ किसी से छिपा नहीं है। छत्तीसगढ़ में ही एक महिला एनएसयूआई कार्यकर्ता ने राहुल गांधी को चिट्ठी लिखकर एनएसयूआई अध्यक्ष पर महिलाओं के साथ यौन शोषण का आरोप लगाया था। कृष्णा गौर ने कहा कि कांग्रेस में महिलाओं से अच्छा व्यवहार नहीं होना भी बड़ा चिंता का विषय है।