Edited By meena, Updated: 23 Apr, 2024 03:22 PM
लोकसभा चुनाव की तारीख जैसे जैसे नजदीक आ रही है। वैसे ही प्रदेश की राजनीति भी गर्माती जा रही है...
दमोह (इम्तियाज चिश्ती): लोकसभा चुनाव की तारीख जैसे जैसे नजदीक आ रही है। वैसे ही प्रदेश की राजनीति भी गर्माती जा रही है। इस लोकसभा चुनाव में अगर कोई सीट लोकप्रिय हो रही है तो वह हैं दमोह लोकसभा सीट जहां भाजपा से राहुल सिंह तो कांग्रेस से बंडा विधायक तरवर सिंह मैदान में हैं। इस सीट की ख़ास बात ये है कि दमोह लोकसभा क्षेत्र में जहां खुद मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी जुबानी जंग की कमान संभाले हैं तो भाजपा खेमें से प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री मोहन यादव भी कमर कसे हुए है और दोनों दलों के नेता ताबड़तोड़ जनसभाएं करते देखे जा रहे हैं।
अगर कांग्रेस के जीतू पटवारी की बात करें तो दमोह संसदीय क्षेत्र के हर विधानसभा क्षेत्र में भाजापा के राहुल सिंह पर तगड़े तंज कसते हुए हमले बोल रहे हैं। जन सभाओं में सीधा हमले करते हुए राहुल सिंह लोधी को बिकाऊ और लोधी कहते कहते नज़र आ रहे हैं।
इतना ही नहीं जीतू पटवारी यहीं नहीं रुके उन्होंने तो राहुल के ख़ानदान पर ही सवाल खड़े कर दिए। पीसीसी चीफ जीतू पटवारी के बयानों ने देश और प्रदेश में सुर्खियां बटोरना शुरू की ही थी कि बिकाऊं और टिकाऊ, लोधी और लोभी मुद्दे के बीच अब भाजपाई प्रत्याशी राहुल सिंह लोधी के भाई राष्ट्रीय ओबीसी महा सभा के मुखिया एडवोकेट वैभव सिंह की ऐंट्री हुई है। जिन्होंने सीधे जीतू पटवारी के बयान पर आपत्ति दर्ज करते हुए कहा कि हमारे परिवार और ख़ानदान पर हमला करने से पहले सोच समझकर बात करें।
अगर हम लोगों को बिकना होता तो 1842 में बिकते अंग्रेजों के हाथों अगर हम लोगों को बिकना होता तो 1857 में बिकते जब हमारे पूर्वज देश के लिए बलिदान दे रहे थे। हम तब नहीं बिके और हमारे ख़ानदान पर उंगली उठाओगे तो बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। कुलमिलाकर मतदान की तारीख़ 26 अप्रैल का दिन जैसे जैसे नज़दीक आ रहा है। चुनावी पारा और गर्म होता जा रहा है।