Edited By meena, Updated: 12 Apr, 2025 08:22 PM

रतलाम में पवन पुत्र हनुमान का प्राकट्य उत्सव 12 अप्रैल शनिवार को भक्ति भाव से मनाया गया...
रतलाम (समीर खान) : रतलाम में पवन पुत्र हनुमान का प्राकट्य उत्सव 12 अप्रैल शनिवार को भक्ति भाव से मनाया गया। शहर में पहली बार सामूहिक रूप से एक साथ 1,11,111 हनुमान चालीसा का पाठ हुआ। जो कि वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ। इससे पहले पिछले वर्ष 51 हजार हनुमान चालीसा का पाठ हुआ। जो वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ था। श्री मंगलनाथ महाकाल रक्तदान मंडल (सेवा वीर परिवार) द्वारा रतलाम में एक साथ 1,11,111 सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ का भव्य ऐतिसाहिक आयोजन साधु संतों की गरिमामय उपस्थिति में स्थानीय पोलो ग्राउंड नेहरु स्टेडियम में किया गया।
प्रात: 7.30 बजे से 10 बजे तक हुए पाठ में करीब 20 हजार श्रद्धालुओं ने सहभागिता की। भक्तों के उत्साह के आगे पंडाल भी छोटा पड़ गया। कुछ स्कूलों ने छुट्टी कर विद्यार्थियों को भी इस आयोजन में शामिल किया। नन्हें-मुन्ने भी हनुमान जी का रुप धरे शामिल हुए। आयोजन में आने वाले श्रद्धालुओं को हनुमान चालीसा पाठ के लिए टोकन दिए गए। महिलाओं व पुरुषों के बैठने की अलग-अलग व्यवस्था की गई थी।

1,11,111 हनुमान चालीसा पाठ का ऐतिहासिक आयोजन रतलाम के इतिहास में तो दर्ज हुआ ही साथ में लंदन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड एवं वज्र वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज हुआ है। आयोजन समिति को वर्ल्ड रिकॉर्ड टीम के ज्यूरी मेंबर ने वर्ल्ड रिकॉर्ड के सर्टिफेकिट प्रदान किए।

पाठ के बाद राष्ट्रगान कर आरती की गई। करीब 15 हजार लोगों ने शामिल होकर हनुमान चालिसा का पाठ किया। एक-एक व्यक्ति ने 11 बार हनुमान चालीसा का पाठ एक साथ एक स्वर में किया। इस भव्य आयोजन को सफल बनाने में सेवावीर परिवार के लगभग 100 से अधिक कार्यकर्ताओं ने अपना योगदान दिया साथ ही पुलिस प्रशासन ने भी मुस्तैदी के साथ कार्यक्रम को सफल बनाने में अपनी भूमिका निभाई।