Edited By Vikas Tiwari, Updated: 01 Sep, 2023 03:12 PM
ग्वालियर में इंटरनेशनल एयरोस्पेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन जा रहा है। दो दिवसीय इस कांफ्रेंस में 250 से अधिक प्रतिभागी शामिल है। B 20 के तहत विमानन उद्योग में संभावना एवं निवेश प्रोत्साहन के उद्देश्य आयोजित की गई है। इंटरनेशनल कांफ्रेंस में बोईंग इंडिया...
ग्वालियर (अंकुर जैन): ग्वालियर में इंटरनेशनल एयरोस्पेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन जा रहा है। दो दिवसीय इस कांफ्रेंस में 250 से अधिक प्रतिभागी शामिल है। B 20 के तहत विमानन उद्योग में संभावना एवं निवेश प्रोत्साहन के उद्देश्य आयोजित की गई है। इंटरनेशनल कांफ्रेंस में बोईंग इंडिया के प्रेसिडेंट सलिल गुप्ते, साउथ एशिया जीई एयरोस्पेस के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर विक्रम राय साहित्य इंटरनेशनल वायु सेवा से जुड़ी हुई कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल हैं। भारत सरकार में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य ने इसका शुभारंभ किया। उन्होंने नगर विमान के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की।ग्वालियर में इंटरनेशनल एयरोस्पेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन जा रहा है। दो दिवसीय इस कांफ्रेंस में 250 से अधिक प्रतिभागी शामिल है। B 20 के तहत विमानन उद्योग में संभावना एवं निवेश प्रोत्साहन के उद्देश्य आयोजित की गई है। इंटरनेशनल कांफ्रेंस में बोईंग इंडिया के प्रेसिडेंट सलिल गुप्ते, साउथ एशिया जीई एयरोस्पेस के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर विक्रम राय साहित्य इंटरनेशनल वायु सेवा से जुड़ी हुई कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल हैं। भारत सरकार में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य ने इसका शुभारंभ किया। उन्होंने नगर विमान के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की।
सिंधिया ने कहा कि देश नगर विमान के क्षेत्र में 2014 से लगातार प्रगति कर रहा है। इस क्षेत्र में व्यापार की अनेक संभावनाएं हैं। एयर इंडिया, बोइंग, जैसी शीर्ष कंपनियों के प्रतिनिधि इस कांफ्रेंस में हिस्सा ले रहे हैं। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहां एयरोस्पेस में मैन्युफैक्चरिंग की बहुत संभावनाएं हैं। भारत एयरोस्पेस में मैन्युफैक्चरिंग की दिशा में लगातार कदम बढ़ा रहा है। भारतीय वायु सेना के लिए भी विशेष विमान तैयार करने की दिशा में भी कदम बढ़ाए गए हैं। इस इंटरनेशनल कांफ्रेंस में इन सब विषयों पर अलग-अलग सेमिनार आयोजित किए गए हैं। इनमें होने वाली गोष्ठियों पर विचार विमर्श कर भारत एयरोस्पेस मैन्युफैक्चरिंग और सूचना प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल कर पूरे विश्व में एक अलग आयाम स्थापित करेगा।