Edited By suman, Updated: 02 Feb, 2019 11:32 AM
एमपी की कमलनाथ सरकार ने चुनावी समय में जनता से किए एक और वादे को पूरा कर दिया। किसानों की कर्जमाफी के बाद अब संतों और पुजारियों को सरकार ने बड़ा तोहफा दिया है। राज्य सरकार ने संतों और पुजारियों का मानदेय तीन गुना बढ़ा दिया। एक जनवरी से उन्हें इसका...
भोपाल: लोकसभा चुनाव जैसे ही नजदीक आ रहे हैं, राजनीतिक दल जनता को लुभाने के हर संभव प्रयास कर रहे हैं। इसी कड़ी में कमलनाथ सरकार ने चुनावी समय में जनता से किए एक और वादे को पूरा कर दिया। सरकार ने संतों और पुजारियों का मानदेय तीन गुना बढ़ा दिया है।
एक जनवरी से मिलेगा लाभ
पुजारियों को इस मानदेय का लाभ एक जनवरी से मिलेगा। दरअसल, कांग्रेस ने अपने वचन पत्र में संतो और पुजारियों का मानदेय बढ़ाने का वादा किया था। सरकार ने शुक्रवार को इसका ऐलान कर दिया। धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री पी सी शर्मा ने भोपाल में घोषणा की कि'प्रदेश भर के तमाम संतों और पुजारियों को अब तीन गुना मानदेय मिलेगा। जिन पुजारियों के पास पांच एकड़ जमीन का मंदिर है, उन्हें अब 700 की जगह 2100 और 10 एकड़ जमीन वाले पुजारियों का मानदेय 520 की जगह 1560 रुपए किया जाएगा। मानदेय एक जनवरी 2019 से ही दिया जाएगा। बड़े मंदिरों में गौशाला बनाई जाएगी, ताकि लोग भगवान के दर्शन के साथ ही गायों की भी सेवा कर सकें।
मां नर्मदा न्यास अधिनियम का होगा गठन
मिली जानकारी के अनुसार, सरकार एक और बड़ा फैसला लेने जा रही है। प्रदेश की पवित्र नदियों को बचाने के लिए जल्द ही ट्रस्ट बनाया जाएग। इसके लिए मां नर्मदा न्यास अधिनियम का गठन होगा।
अवैध रेत उत्खनन की समस्या होगी हल
नदियों में रेत की अवैध खुदाई, स्वच्छता सहित तमाम समस्याएं हल की जाएंगी। प्रदेश की चार प्रमुख नदियों नर्मदा, क्षिप्रा, ताप्ती, बेतवा की स्थिति चिंता जनक है. नदियों की स्थिति बेहतर करने के लिए न्यास काम करेगा। प्रदेश के बुज़ुर्गों को प्रयागराज में कुंभ यात्रा कराने का एलान सरकार पहले ही कर चुकी है। 3500 से ज्यादा तीर्थयात्रियों को सरकार अपने खर्च पर कुंभ यात्रा कराएगी। वहां उनके लिए इंफ़ॉर्मेंशन सेंटर भी बनाया गया है।