Edited By Himansh sharma, Updated: 13 Mar, 2025 03:52 PM

सीहोर में मनाई जाएगी महादेव की होली
सीहोर। (धर्मेंद्र राय): नवाबों की होली परम्परा को पंडित प्रदीप मिश्रा ने मिटा कर महादेव की होली नाम दिया हैं। पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा की होली उल्लास और उमंग का पर्व है। अगर आपको रंगो से परहेज है तो दो दिन घर में रहो और कोई रंग डाल दे तो आपकी बेरंग जिंदगी में रंग भरा क्षण मानकर आप भी होली के उत्साह का आनद लें। सीहोर में नवाबों की होली का इतिहास को बदलते हुए कथावाचक प्रदीप मिश्रा ने पाँच वर्षों से लगातार सीहोर नगर एवं आस-पास के गाँव में महादेव की होली की शुरुआत की है.. पिछले कई वर्षों से भोपाल के नवाब सीहोर में होली खेलने के लिए आते थे और यह होली 5 दिनों तक बनाई जाती थी, लेकिन पंडित प्रदीप मिश्रा ने इस परंपरा को खत्म करते हुए महादेव की होली प्रारंभ की जिसमें देश भर से लोग इस होली में सम्मिलित होने के लिए सीहोर शहर आते हैं।
महादेव की होली पर कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा से पंजाब केसरी से विशेष चर्चा में बताया कि कई वर्षों से सीहोर में नवाबों की होली मनाई जाती थी, जब सनातन मजबूत हुआ और सनातन धर्म को मालूम पड़ा कि नवाबों की होली होती है, तो आज के सनातनी सोए हुए नहीं है जागे हुए हैं नवाब साहब आते थे और एक जगह पर आकर बैठ जाते थे। सिंहासन पर सनातनी हिंदू होली खेलता था। उन पर जरासा रंग लग जाता था तो चले जाते थे। जब तुम खेलते नहीं हो तो होली से मतलब नहीं है। इसलिए सनातन धर्म के लिए महादेव की होली हो रही है।
सीहोर में लगातार पांच वर्षों से यह होली का आयोजन हो रहा है। पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि होली का मुहूर्त यह है कि आप शिव के रंग में रंगे भगवान शंकर को केसरिया जल अर्पित करें और साथ में नशे से मुक्त होकर भगवान के नशे में डूबते हुए भगवान से रंगों की होली खेलें।