Edited By Vikas kumar, Updated: 11 Nov, 2018 06:19 PM
विधानसभा चुनावों के चलते सभी पार्टी उम्मीदवारों ने अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। जिसमें बीजेपी ने 230 विधानसभाओं में 25 तो कांग्रेस ने सिर्फ 28 महिलाओं को टिकट दिया है। बड़ी ब...
भोपाल: विधानसभा चुनावों के चलते सभी पार्टी उम्मीदवारों ने अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। जिसमें बीजेपी ने प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में 25 तो कांग्रेस ने सिर्फ 28 महिलाओं को टिकट दिया है। बड़ी बात तो यह है कि, दोनों पार्टियों ने महिला मोर्चा की प्रमुखों को भी टिकट नहीं दिया है। इस बार विधानसभा चुनावों में सभी दलों की कुल 385 महिलाएं चुनाव में उतर रही हैं।
2013 विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा ने 5 महिलाओं को मंत्री पद दिया था। जिसमें इस बार दो मंत्री माया सिंह और कुसुम मेहदेले का टिकट काट दिया है। पूरे मंत्रिमंडल से चार मंत्रियों को टिकट नहीं मिला। महिला मोर्चा प्रभारी कृष्णा गौर को ही अपने टिकट के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी। ठीक इसी तरह कांग्रेस में वर्तमान महिला कांग्रेस अध्यक्ष मांडवी चौहान का दावा भी बेकार साबित हुआ।
अगर बात की जाए 2013 विधानसभा चुनाव की तो बीजेपी ने 28 महिलाओं को टिकट दिया था। इनमें से 22 महिलाएं विधानसभा में पहुंची थीं। वहीं कांग्रेस ने 21 महिलाओं को टिकट दिया था लेकिन सिर्फ 6 को ही जीत मिली। शायद दोनों पार्टियों को यह लगने लगा है कि, प्रदेश में महिलाओं को जीतने के लिए ज्यादा संघर्ष करना पड़ता है। इसीलिए दोनों पार्टियों ने कुल 10 प्रतिशत महिलाओं को ही इस बार टिकट दिया है।