Edited By meena, Updated: 28 Aug, 2023 06:58 PM
आज सावन के आखरी यानि आठवें सोमवार को बाबा महाकाल की शाही सवारी धूमधाम के साथ निकाली गई...
उज्जैन(विशाल सिंह): आज सावन के आखरी यानि आठवें सोमवार को बाबा महाकाल की शाही सवारी धूमधाम के साथ निकाली गई। चांदी की पालकी में राजाधिराज बाबा महाकाल चंद्रमौलेश्वर स्वरूप में विराजित होकर प्रजा का हाल जानने नगर भ्रमण पर निकले। बाबा महाकाल ने आज अपने भक्तों को रुद्रेश्वर स्वरुप में दर्शन दिए।
सावन भादो माह में बाबा महाकाल की शाही सवारी निकाले जाने की परंपरा अनादि काल से चली आ रही है। इसी परंपरा का निर्वहन करते हुए आज भगवान महाकाल की आठवीं सवारी निकाली गई। शाम 4 बजे मंदिर के सभा मंडप में मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित घनश्याम शर्मा के आचार्यत्व में कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम और महापौर मुकेश टटवाल ने बाबा महाकाल की पूजा अर्चना कर पालकी को कांधा देकर महाकाल को नगर भ्रमण के लिए रवाना किया। इस दौरान मंदिर के मुख्य द्वार पर पुलिस टुकड़ी ने महाकाल को गार्ड ऑफ ऑनर दिया।
इसके बाद राजाधिराज चांदी की पालकी में चंद्रमौलेश्वर स्वरूप में सवार होकर राजसी ठाठ बाट के साथ प्रजा का हाल जानने नगर भ्रमण पर निकले। भक्तों को आज बाबा महाकाल ने रुद्रेश्वर स्वरूप में दर्शन दिए। वही हाथी पर मन महेश, गरुड़ रथ पर शिव तांडव, नंदी रथ पर उमा महेश, डोल रथ पर होलकर स्टेट के मुखारविंद और नए रथ पर जटा शंकर और श्री रुद्रेश्वर विराजित होकर निकले तो श्रद्धालुओं ने अपने राजा के स्वागत में फूल बसाकर पलक पावडे बिछा दिए। वही सवारी के रामघाट पहुंचने पर बाबा महाकाल का शिप्रा के पवित्र जल से अभिषेक कर पूजा अर्चना की गई।
इसके बाद सवारी अपने परंपरागत मार्ग गणगौर दरवाजा, ढाबा रोड गोपाल मंदिर और पटनी बाजार होते हुए पुनः महाकाल मंदिर पहुंची। सवारी में लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। इस दौरान घुड़सवार पुलिस दल, पुलिस टुकड़ी और, पुलिस बैंड के अलावा भजन मंडलिया साथ रही। सवारी मार्ग के दोनों और हजारों श्रद्धालु बाबा महाकाल की एक झलक पाने के लिए घंटों से अपनी बारी का इंतजार किया। एसपी सचिन शर्मा के अनुसार, पूरे सवारी मार्ग पर सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए थे और सब सफलतापूर्वक हो गया।