Edited By meena, Updated: 15 May, 2024 04:33 PM
![tigress gauri killed her four cubs by pressing them to death](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2024_5image_16_22_520412048o1-ll.jpg)
छत्तीसगढ़ से छह साल पहले झारखंड ले जाई गई बाघिन गौरी ने अपने चार शावकों को दबाकर मार डाला...
रायपुर: छत्तीसगढ़ से छह साल पहले झारखंड ले जाई गई बाघिन गौरी ने अपने चार शावकों को दबाकर मार डाला। झारखंड की राजधानी रांची से लगभग 15 किमी दूर बिरसा जैविक उद्यान में बाघिन ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया है। बताया जा रहा है कि बच्चे मां के बेहद करीब चले गए थे, जिससे दबने से चारों की जान चली गई। गौरतलब है कि बाघिन गौरी ने 10 मई की आधी रात के करीब चार बच्चों को जन्म दिया था। बताया जा रहा है कि बाघिन की सीसीटीवी से मॉनिटरिंग भी की जा रही थी। इसके बाद भी ऐसी घटना हो जाना प्रबंधन पर सवाल खड़े कर रही है। बाघिन गौरी के प्रसव होने की जानकारी प्रबंधन को थी। इसके बाद से जिस केज में वह थी, वहां लगाए गए सीसीटीवी कैमरे से मॉनिटरिंग भी की जा रही थी।
बिरसा जैविक उद्यान प्रबंधन की मानें तो जन्म के बाद सभी नवजात मां के काफी करीब आ गए। जब मां ने करवट बदली तो सभी शावक उसके नीचे दब गए। चिड़ियाघर के पशुचिकित्सक ओपी साहू के हवाले से बाघिन गौरी ने 10 मई को चार शावकों को जन्म दिया, लेकिन उसने नवजात शावकों को पलट दिया और मां के वजन के कारण चारों शावकों की मौत हो गई। उन्होंने कहा,‘‘मां को बच्चे की देखभाल का अनुभव नहीं था। गौरी समझ नहीं पाई कि उसने अपने नवजात शावकों को पलट दिया। 11 मई को मां के वजन के नीचे दम घुटने से शावकों की मौत हो गई।'' जब प्रबंधन को इस बात का पता चला तो वहां के कर्मी ने केज के भीतर जाकर देखा। बाघिन को बच्चों से दूर हटाया गया। तीन शावकों की मौत हो चुकी थी, जबकि एक शावक की सांस चल रही थी, लेकिन उसे भी जब तक संभाला जाता उसने भी दम तोड़ दिया।