Edited By meena, Updated: 05 Oct, 2024 02:52 PM
इंदौर में डिजिटल हाउस अरेस्ट के मामले एक के बाद एक लगातार सामने आ रहे हैं। इसी कड़ी में आर आर केट के सीनियर साइंटिस्ट को तकरीबन 6 दिन तक...
इंदौर (सचिन बहरानी) : इंदौर में डिजिटल हाउस अरेस्ट के मामले एक के बाद एक लगातार सामने आ रहे हैं। इसी कड़ी में आर आर केट के सीनियर साइंटिस्ट को तकरीबन 6 दिन तक डिजिटल हाउस अरेस्ट कर उनसे 71 लाख 33 हजार रुपए ठग लिए हैं। फिलहाल पूरे मामले में जब उन्हें अपने साथ हुई ठगी की जानकारी लगी, तो उन्होंने मामले की शिकायत इंदौर क्राइम ब्रांच को की। इंदौर क्राइम ब्रांच पूरे मामले की जांच पड़ताल करने में जुटी हुई है।
इंदौर क्राइम ब्रांच के ऑफिस में आकर आर आर केट के एक सीनियर साइंटिस्ट अनिल कुमार और उनकी पत्नी ने डिजिटल हाउस अरेस्ट से संबंधित शिकायत की है। वही साइंटिस्ट ने पुलिस को यह शिकायती आवेदन दिया है कि 1 सितंबर को सुबह उन्हें मोबाइल नंबर से फोन आया और कहा गया कि 18 अगस्त 2024 को आपके आधार कार्ड से दिल्ली से एक सिम कार्ड जारी हुआ है जिससे गैर कानूनी विज्ञापन और महिला उत्पीड़न संबंधित एसएमएस भेजे जा रहे हैं। धोखाधड़ी करने वाले ठग ने अपना नाम सुशांत कुमार बताया इसके बाद एक शिकायत नंबर भी साइंटिस्ट को बताया। साथ ही उसने साइंटिस्ट से कहा कि यदि आपको इस गिरफ्तारी से बचाना है तो लाखों रुपए अलग अलग डिपार्टमेंट के अधिकारी को देना होगें और तकरीबन 71 लाख 33 हजार रुपए कार्रवाई से बचने के लिए देना होंगे। इसके बाद साइंटिस्ट ने पहले तो रुपए देने में आनाकानी की जिसके चलते 6 दिनों तक उन्हें और उनकी पत्नी को लगातार ईडी, सीबीआई, आरबीआई टाई और दिल्ली क्राइम ब्रांच के अधिकारी बनकर फोन आने शुरू हो गए। आखिरकार साइंटिस्ट ने 71 लाख 33000 रुपए ठगों के अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए। साइंटिस्ट के द्वारा पैसे ट्रांसफर करते ही धोखाधड़ी करने वालों ने अपना मोबाइल बंद कर लिया और जब उन्होंने गूगल या अलग-अलग प्लेटफार्म पर सर्च किया तो उन्हें हाउस अरेस्ट से संबंधित जानकारी लगी।
उसके बाद उन्हें अपने साथ हुई ठगी की जानकारी लगी उसके बाद उन्होंने सबसे पहले पूरे मामले की शिकायत द्वारिकापुरी पुलिस को की और उसके बाद पूरे मामले की जानकारी इंदौर क्राइम ब्रांच को दी। वहीं इंदौर क्राइम ब्रांच के एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने पूरे ही मामले में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार करने की बात कही जा रही है।
बता दे कि इंदौर में यह तकरीबन 15वीं डिजिटल हाउस अरेस्ट की घटना है। वही प्रारंभिक तौर पर पुलिस को यह भी जानकारी लगी है कि धोखाधड़ी करने वालों ने साइंटिस्ट से रुपए लेने के बाद उन्हें 23 खातों में ट्रांसफर किया है। प्रारंभिक तौर पर पुलिस ने उन 23 खातों को चिन्हित कर लिया है और अब पूरे मामले में आगे कार्रवाई करने की बात कही जा रही है।