माफिया से जब्त रेत एसडीएम ने बिना रॉयल्टी के बेची, कांग्रेस ने की कार्रवाई की मांग
Edited By meena, Updated: 20 Jun, 2024 06:08 PM
राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ से महज 8 किलोमीटर दूर ग्राम मुड़पार मे बीते दिनों रोड़ के किनारे भारी मात्रा में रेत...
राजनादगांव (देवेंद्र गोरले) : राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ से महज 8 किलोमीटर दूर ग्राम मुड़पार मे बीते दिनों रोड़ के किनारे भारी मात्रा में रेत माफियों से डोंगरगढ़ एस डी एम एवं नायब तहसीलदार ने जप्त किया था। इसके बाद उन्होंने बिना रॉयल्टी के इस रेत को बेच दिया। मामले को लेकर कांग्रेस पार्टी ने प्रशासन के खिलाफ़ मोर्चा खोला और डोंगरगढ़ एसडीएम एवम नायब तहसीलदार पर रेत चोरी का आरोप लगाते हुए थाने का घेराव किया और दोषियों पर एफआईआर करने की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा।
पूरा मामला राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ का हैं। जहां बीते दिनों ग्राम पंचायत मुड़पार मे रेत माफियों द्वारा रोड किनारे भारी मात्रा में रेत डंप कर रखी गई थी। डंप की हुई रेत को एसडीएम उमेश पटेल के संज्ञान में आने के बाद गुरुवार 30 तारीख को एसडीएम वा नायब तहसीलदार अपने स्टाफ के कर्मचारियों के साथ मौके में जाकर जप्ती की कार्यवाही करने लगे। इस बीच लोगों के विरोध करने पर एसडीएम ने पुलिस बल की सहायता लेकर मौखिक कार्यवाही करते हुए जप्त की हुई रेत को ग्राम मुरमुंदा व मुड़पार के कोटवार को उच्च अधिकारी द्वारा एक कापी में एंट्री कर बेलगांव के लेखराम साहू और राजनांदगांव के प्रतीक अग्रवाल को सौंपने की बात कही।
अगर पूरे मामले में नियम की बात कही जाए तो प्रश्नवाचक चिन्ह खड़ा करता है क्योंकि जप्त की हुई रेत को खनिज विभाग को सौंपा जाता हैं। खनिज विभाग रेत को इकठ्ठा कर विधिवत तरीके से नीलामी करती है। नीलामी से प्राप्त रकम को शासकीय खजाने में जमा किया जाता हैं।