Edited By Himansh sharma, Updated: 19 Dec, 2024 04:41 PM
इंदौर जिले में फर्जी डिजिटल अरेस्ट के मामले लगातार सामने आ रहे हैं
इंदौर। (सचिन बहरानी): मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में फर्जी डिजिटल अरेस्ट के मामले लगातार सामने आ रहे हैं और ऐसा एक ताजा मामले में टीसीएस में सॉफ्टवेयर इंजीनियर को तीन दिनों तक साइबर अपराधियों द्वारा डिजिटल अरेस्ट के माध्यम से प्रताड़ित करने का मामला सामने आया है, जिसे पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मुक्त कराया है। यह पूरा मामले में जानकारी देते हुए एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया द्वारा बताया गया कि थाने स्तर पर साइबर अपराध को रोकने के लिए टीम गठित की गई है और एक प्रभारी को नियुक्त किया गया है और उन्हीं के पास में फरियादी के परिचित वकील अक्षय तिवारी द्वारा फोन लगाया गया था कि उनके मित्र को ऑनलाइन अरेस्ट किया गया है।
पीड़ित मोहित मौर्य को एक ऑनलाइन कॉल आया था जिसमें उन्हें कहा गया था कि आपके नाम का पार्सल कस्टम ने रोका है, उस में ड्रग्स और कई संदिग्ध वस्तुएं मिली है इसके कारण आपको ऑनलाइन अरेस्ट किया जा रहा है, अब फरियादी का कॉल सीधे तौर पर दिल्ली में साइबर क्राइम ट्रांसफर किया गया और इसी तरह पर कई घंटे तक उसे डराया धमकाया जाता रहा इसके बाद मौके पर पुलिस पहुंची और फरियादी मोहित मौर्य को साइबर अपराधियों से मुक्त कराया गया है ,पूरा मामले में बताया जा रहा है कि पुलिस पहुंची जब तक साइबर अपराधी द्वारा फरियादी से एक लाख रुपए के करीब राशि वसूल चुके थे और फरियादी ने ऑनलाइन लोन लेकर साइबर अपराधियों को यह राशि दी थी।
साइबर अपराधियों ने फरियादी के ऑनलाइन दस्तावेज भी मंगवाए थे और तमाम जो बैंक अकाउंट है उनको भी साइबर अपराधी खंगालते रहे, लेकिन जिस तरह से यह तत्परता से कार्रवाई हुई है। उसमें कहीं ना कहीं साइबर अपराधियों की जागरूकता ना होने के कारण 3 दिनों तक फरियादी को फर्जी तरीके से डिजिटल अरेस्ट किया गया पूरा मामले में साइबर अपराधी पर पुलिस द्वारा 30 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया गया है।