Edited By meena, Updated: 17 Jan, 2025 07:38 PM
द्वारकापुरी थाना क्षेत्र में पिछले दिनों चाइना मांझे की चपेट में आने से एक छात्र की मौत हो गई थी...
इंदौर (सचिन बहरानी) : इंदौर के द्वारकापुरी थाना क्षेत्र में पिछले दिनों चाइना मांझे की चपेट में आने से एक छात्र की मौत हो गई थी। पूरे ही मामले में परिजनों ने क्षेत्रीय एसीपी पर कई आरोप लगाए थे। वही पूरे मामले की जांच के बाद पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने थाना प्रभारी और उनके स्टाफ के लापरवाही पाई गई जिसमें उनपर बड़ी कार्रवाई की गई।
दरअसल मकर संक्रांति के दिन देर शाम 20 वर्षीय छात्र हिमांशु अपने दोस्त के साथ गेस की टंकी लेने जा रहा था। इस दौरान चाइना मांझे की चपेट में आ गया था और उसका गला कट गया था और उसकी मौत हो गई थी। पूरे ही मामले में परिजनों ने शव थाने के बाहर रख प्रदर्शन भी किया था। वहीं क्षेत्रीय एसीपी शिवेंद्र जोशी पर भी कई आरोप लगाए थे। मामला संज्ञान में आने के बाद पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस पूरे केस की जांच की जिसमें एसीपी शिवेंद्र जोशी को क्लीन चिट मिल गई लेकिन द्वारकापुरी थाना प्रभारी आशीष सप्रे और उनका स्टाफ दोषी पाया गया जिसमें उन्होंने परिजनों को थाना क्षेत्र नहीं होने का हवाला देकर इधर-उधर भगाया आखिर में द्वारकापुरी थाने पर ही मर्ग कायम किया गया।
दोषी पाए गए थाना प्रभारी आशीष सप्रे पर 5 हजार अर्थ दंड की कार्रवाई की है। वही उनके स्टाफ एचसीएस प्रताप पटेल व एएसआई कमलेश डाबर पर एक एक हजार रु अर्थ दंड की कार्रवाई की गई है। इस मामले में एडिशनल DCP राजेश दंडोतिया ने बताया कि मृतक के परिवार को एक थाने से दूसरे थाने भेजना यह असंवेदनशीलता और लापरवाही पाए जाने पर थाना प्रभारी और दो अन्य जनों के अर्थदंड किया गया है।