Edited By meena, Updated: 06 Nov, 2020 06:37 PM
मध्य प्रदेश में उपचुनाव से पहले सियासत गर्मा गई है। पूर्व सीएम कमलनाथ ने दावा किया है कि भाजपा ने एक बार फिर से सौदेबाजी शुरु कर दी है। उपचुनाव के नतीजों से पहले बहुत से कांग्रेस और निर्दलीय विधायकों को शिवराज सरकार की ओर से ऑफर मिल रहे हैं। इसके...
भोपाल(इजहार हसन खान): मध्य प्रदेश में उपचुनाव से पहले सियासत गर्मा गई है। पूर्व सीएम कमलनाथ ने दावा किया है कि भाजपा ने एक बार फिर से सौदेबाजी शुरु कर दी है। उपचुनाव के नतीजों से पहले बहुत से कांग्रेस और निर्दलीय विधायकों को शिवराज सरकार की ओर से ऑफर मिल रहे हैं। इसके बाद पूर्व सीएम कमलनाथ ने भोपाल में कांग्रेस विधायकों की इमरजेंसी बैठक बुलाई है। बताया जा रहा है कि नतीजों के बाद से सभी विधायक भोपाल में ही रहेंगे।
दरअसल, पीसीसीचीफ कमलनाथ ने आरोप लगाए हैं कि शिवराज सरकार एक बार फिर से 10 मार्च 2020 जैसे हालात पैदा कर रही है। जैसे उन्होंने कांग्रेस के 22 विधायकों की खरीदफरोख्त कर कांग्रेस सरकार गिरा दी थी वैसे ही अब फिर से कांग्रेस विधायकों को खरीदने की फिराक में हैं। कमलनाथ ने आगे कहा कि भाजपा को पता चल गया है कि नतीजे उनके पक्ष में नहीं आने वाले इसलिए विधायकों की सौदेबाजी और बोलियां शुरु कर दी है। नाथ ने कहा कि उन्हें सूचना मिली है कि भाजपा निर्दलीय और कांग्रेस विधायकों को ऑफर दे रही है।
कयास लगाए जा रहे हैं कि यही वजह है कि इस बार पीसीसीचीफ कोई रिस्क नहीं लेना चाहते और हर हाल में अपने विधायकों को अपने संपर्क में रखना चाहते हैं। सभी विधायकों को भोपाल बुलाया गया है और पीसीसीचीफ उनकी बैठक लेगें।