एक तरफ संविधान निर्माता को श्रद्धांजलि दी जा रही थी, दूसरी ओर दलित दूल्हे को मंदिर में जाने से रोका गया
Edited By meena, Updated: 14 Apr, 2025 08:52 PM

आज देशभर में जातिवाद के खिलाफ आवाज उठाने वाले और समानता का अधिकार दिलाने वाले बाबा साहब की जयंती मनाई गई...
इंदौर (सचिन बहरानी) : आज देशभर में जातिवाद के खिलाफ आवाज उठाने वाले और समानता का अधिकार दिलाने वाले बाबा साहब की जयंती मनाई गई। वहीं दूसरी ओर मध्य प्रदेश के इंदौर में दलित दूल्हे को मंदिर में जाने से रोका गया। खास बात यह कि मामला संविधान निर्माता की जन्मस्थली महू से सटे जिले इंदौर के बेटमा थाना क्षेत्र के संघवी गांव का है। जहां गांव के दबंगों ने बारात के साथ पहुंचे दूल्हे को मंदिर में में दर्शन करने से रोका।
मंदिर के मेन गेट पर ताले लगाने पर दूल्हे परिवार ने विरोध किया। दोनों पक्षों में घंटों हंगामा चलता रहा। इसके बाद जब दूल्हे को मंदिर में दर्शन नहीं करने दिए तो वे बारात लेकर मजार पर पहुंचे और वहां पैर पड़े और अपनी बारात निकाली।

दूल्हे पक्ष ने कहा कि हमें मंदिर में दर्शन नहीं करने दोगे तो हम मजार पर जाकर दर्शन कर अपनी परंपरा आगे बढ़ाएंगे। दूल्हे के परिजनों ने दंबगों की करतूत के वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किए हैं।

वहीं संविधान निर्माता के जन्मदिवस पर इस घटना का सामने आना बेहद शर्मनाक है, क्योंकि एक तरफ तो राजनेता बड़े बड़े मंचों पर खड़े होकर सामाजिक एकता का ढिंढोरा पिटते हैं, वहीं दूसरी ओर ऐसी घटनाएं कहीं न कहीं आज भी ऐसे लोगों की मानसिकता पर सवाल खड़े करती हैं। बता दें कि आज महू में दिनभर सत्ताधारी भाजपा और विपक्ष के नेताओं का बाबा साहब को श्रद्धांजलि देने के लिए जमावड़ा लगा रहा।