Edited By meena, Updated: 28 Jul, 2025 03:19 PM

छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के नरहरपुर के ग्राम जामगांव में एक व्यक्ति की मौत के बाद शव को गांव में दफनाए जाने पर ग्रामीणों ने विरोध किया...
कांकेर : छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के नरहरपुर के ग्राम जामगांव में एक व्यक्ति की मौत के बाद शव को गांव में दफनाए जाने पर ग्रामीणों ने विरोध किया और स्थानीय प्रशासन से शव को कब्र से बाहर निकालने की मांग की जिसके बाद मृत पुरुष के परिजनों ने शव को कब्र से निकालने नहीं दिया। दरअसल, सोमवार को ग्रामीणों ने जामगांव में आकर आरोप लगाए कि मृत पुरुष और उसके परिवार के सदस्यों ने धर्मांतरण कर ईसाई धर्म अपना लिया था। जब पुरुष की मौत हुई तो बिना किसी को बताए ईसाई रीति-रिवाज से ही दफना दिया गया था। ग्रामीणों को जानकारी मिली तो धर्मांतरित पुरुष का शव निकालकर उनके अधिकृत स्थान (श्मशानघाट) पर ले जाकर दफनाए जाने की मांग की।
जानकारी के मुताबिक, जामगांव निवासी धर्मांतरित सोमलाल राठौर की मृत्यु हुई थी। जिसके बाद उसके पुत्र भारत राठौर द्वारा जामगांव की सीमा में सोमवार को दफनाया गया। गांव के गायता, पटेल, मांझी व गांव वालों को भी नहीं बताया।

विरोध कर रहे ग्रामीणों की मांग है कि आदिवासी मूल में पैदा हुआ है तो घर वापसी कर मूल धर्म की अनुसार शव का दफन हो या ईसाई कब्रिस्तान में दफन करे। विरोध में रविवार को बड़ी संख्या में ग्रामीण जामगांव में इक्ट्ठा हुए एसडीएम, एसडीओपी और थाना प्रभारी को ज्ञापन सौंपा था। प्रशासन के अधिकारियों ने आश्वासन दिया था कि जल्द ही दोनों पक्षों को बुलाकर इस विषय पर चर्चा किया जाएगा।