Edited By meena, Updated: 10 Jun, 2020 02:42 PM
शिवराज को यह कहते हुए साफ सुना जा सकता है कि, "केन्द्रीय नेतृत्व ने तय किया कि सरकार गिरनी चाहिए नहीं तो ये बर्बाद कर देगी, तबाह कर देगी और आप बताओ ज्योतिरादित्य सिंधिया और तुलसी भाई के बिना सरकार गिर सकती थी? और कोई तरीका नहीं था। कांग्रेस कह रही...
भोपाल(इजहार हसन खान): मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का एक ऑडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें वे कह रहे हैं कि केंद्र सरकार के इशारे पर उन्होंने कमलनाथ सरकार गिराई है। ऑडियो क्लिप में वे इंदौर के सांवेर विधानसभा क्षेत्र के पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे हैं। क्लिप में शिवराज को यह कहते हुए साफ सुना जा सकता है कि, "केन्द्रीय नेतृत्व ने तय किया कि सरकार गिरनी चाहिए नहीं तो ये बर्बाद कर देगी, तबाह कर देगी और आप बताओ ज्योतिरादित्य सिंधिया और तुलसी भाई के बिना सरकार गिर सकती थी? और कोई तरीका नहीं था। कांग्रेस कह रही है धोखा तुलसी सिलावट ने न दिया, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने न दिया, धोखा कांग्रेस ने दिया।'' हालांकि पंजाब केसरी इस वायरल ऑडियो की पुष्टि नहीं करता।
ऑडियो क्लिप वायरल होते ही कांग्रेस हमलावर हो गई है। कांग्रेस प्रवक्ता नरेन्द्र सलूजा ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'बीजेपी शुरू से ही कांग्रेस के इन आरोपों को नकारती रही। जबकि पूरे प्रदेश ने देखा कि जो विधायक बेंगलुरु में बंधक बनाए गए थे, उनके साथ बीजेपी के नेता मौजूद थे।
उनकी तस्वीरें भी कई बार सामने आई, लेकिन अब तो प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खुद इंदौर के रेजीडेंसी कोठी में सांवेर के कार्यकर्ताओं की एक बैठक में सार्वजनिक रूप से यह स्वीकार कर कांग्रेस के उन आरोपों पर मोहर लगा दी है।
इससे इस बात की भी पुष्टि हो गई है बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व भी इस साजिश व षड्यंत्र में शामिल था और जानबूझकर कमलनाथ सरकार को गिराया गया और इस काम में सिंधिया की इसलिए मदद ली गई क्योंकि उनके बगैर सरकार गिर नहीं सकती थी। इसी से समझा जा सकता है कांग्रेस में कोई असंतोष नहीं था, सरकार के पास पूर्ण बहुमत था सिर्फ बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व के इशारे पर व चाहने पर जानबूझकर षड्यंत्र व साजिश रच कर मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार गिराई गई।