Edited By meena, Updated: 03 Jan, 2021 01:49 PM
भोपाल नए साल के तीसरे दिन आखिरकार मध्य प्रदेश शिवराज कैबिनेट का तीसरा विस्तार हो गया। पूर्व सीएम कमलनाथ ने इसे सौदेबाजी का शपथ ग्रहण बताया है। क्योंकि बड़ी ही हैरानी की बात यह है केवल दो मंत्रियों को कैबिनेट में शामिल किया गया और दोनों ही नए मंत्री...
भोपाल: भोपाल नए साल के तीसरे दिन आखिरकार मध्य प्रदेश शिवराज कैबिनेट का तीसरा विस्तार हो गया। पूर्व सीएम कमलनाथ ने इसे सौदेबाजी का शपथ ग्रहण बताया है। क्योंकि बड़ी ही हैरानी की बात यह है केवल दो मंत्रियों को कैबिनेट में शामिल किया गया और दोनों ही नए मंत्री सिंधिया समर्थक हैं। जबकि कैबिनेट में 4 और पद खाली है।
सूत्रों की माने तो बताया जा रहा है कि शिवराज सिंह चौहान ने यह विस्तार दबाव में आकर किया है। क्योंकि एक दिन पहले सीएम शिवराज सिंह चौहान के डे प्लान में शपथ समारोह का कार्यक्रम शामिल नहीं था और फिर रविवार सुबह ही उनके कार्यक्रम में बदलाव किया गया। जबकि कैबिनेट विस्तार के विस्तार की खबरें दो दिन पहले ही उठनी शुरु हो गई थी।
सिंधिया का शिवराज सरकार में प्रभाव का अंदाजा इस बात उपचुनाव के नतीजे आए को डेढ़ महीने से ज्यादा का समय हो गया है लेकिन अगर 2 ही लोगों को शपथ दिलानी थी तो इतना लंबा इंतजार क्यों करवाया गया जबकि आज का शपथ समारोह कार्यक्रम में सिर्फ 10 मिनट लगे। वहीं सूत्रों की माने तो इस विस्तार के लिए भी सिंधिया , शिवराज सिहं और वीडी शर्मा की 4 बैठकें हुई। जबकि इसमें 4 और पद खाली है जो चौथे विस्तार में भरे जाने की संभावना है।