Edited By meena, Updated: 21 Nov, 2020 03:06 PM
जमीन में गढ़े खजाने की कई किस्से कहानियां तो आपने सुनी होगी लेकिन सच में खजाना हाथ लग जाये तो आप उसे क्या कहेंगे? अचानक आपके पास खजाना निकलने की जानकारी लग जाये तो यकीनन उसे पाने की हसरत होगी। नरसिंहपुर के झांझन खेड़ा गांव में ऐसे ही एक खजाने की...
नरसिंहपुर(रोहित अरोरा): जमीन में गढ़े खजाने की कई किस्से कहानियां तो आपने सुनी होगी लेकिन सच में खजाना हाथ लग जाये तो आप उसे क्या कहेंगे? अचानक आपके पास खजाना निकलने की जानकारी लग जाये तो यकीनन उसे पाने की हसरत होगी। नरसिंहपुर के झांझन खेड़ा गांव में ऐसे ही एक खजाने की अफवाह तेजी से फैली जिसे खोजने में पूरा गांव जुट गया।
दरअसल, गाडरवारा के पास झांझन खेड़ा गांव मे शासकीय गौशाला का निर्माण हो रहा है जिसके लिए खुदाई और निर्माण कार्य चल रहा है। उसी को लेकर पास ही में जेसीबी मशीन से मिट्टी खुदाई की जा रही थी और मलबा ट्रैक्टर ट्रॉली से लाकर गौशाला में लाया जा रहा था। इस दौरान एक मजदूर की मिट्टी पर नजर गई तो उसे सिक्के नजर आए।
गांव में ये बात आग की तरह फैल गई कि मजदूर को खुदाई में खजाना मिला फिर क्या था? सारे का सारा गांव खजाने की तलाश में निकल पड़ा। पहले गोशाला में पड़ी मिट्टी को खोदा गया और उसे पानी से धोकर सिक्के खोजे जाने लगे, फिर जहां जेसीबी मशीन से मिट्टी की खुदाई चल रही थी, वहां भी लोग खजाने की तलाश में जुट गए।
सूत्रों की मानें तो गांव के कई लोगों को पुरातन सिक्के भी मिले हैं, जिसके हाथ जितने सिक्के लगे, वो लेकर निकल गया। जैसे ही खजाने की बात प्रशासन तक पहुंची तो प्रशासन भी दल बल के साथ गांव में पहुंच गया और खुदाई शुरु की। वहीं खुदाई के दौरान मिले सिक्कों का संबंध मुगलकालीन मुद्रा से बताया जा रहा है। ये सिक्के कितने पुराने हैं, किस शासक के जमाने के हैं और इस इलाके से कैसे पहुंचे, यह इतिहासकारों की जांच के बाद ही सामने आ पाएगा।