Edited By meena, Updated: 12 May, 2021 09:12 PM
मध्य प्रदेश के इंदौर में पुलिस का बर्बर चेहरा सामने आया है। जहां एक बदमाश को तीन दिनों से आजाद नगर थाने में बंद कर उसकी पिटाई की। इतना ही नहीं उसको इतनी बेरहमी से पीटा कि और उसके नाखून तक निकाल कर पैर तोड़ दिए गए। मामला सामने आने के बाद आजाद नगर...
इंदौर(सचिन बहरानी): मध्य प्रदेश के इंदौर में पुलिस का बर्बर चेहरा सामने आया है। जहां एक बदमाश को तीन दिनों से आजाद नगर थाने में बंद कर उसकी पिटाई की। इतना ही नहीं उसको इतनी बेरहमी से पीटा कि और उसके नाखून तक निकाल कर पैर तोड़ दिए गए। मामला सामने आने के बाद आजाद नगर टीआई को वरिष्ठ अधिकारियों ने देर रात लाइन अटैच कर दिया। बताया जा रहा है कि टीआई मनीष डावर द्वारा परिजनों से एक लाख रुपये की मांग की गई थी जो नहीं देने पर उन्होंने आरोपित की जमकर पिटाई की और वरिष्ठ अधिकारियों से मामले को छिपाया था। अब पूरे मामले की जांच वरिष्ठ अधिकारी कर रहे है ।
मामला आजाद नगर थाना क्षेत्र का है। जहां तीन दिन पहले रामराज नाम के युवक को पुलिस ने मारपीट के मामले मे पकड़ा था। परिजनों की माने तो आजाद नगर टीआई ने एक लाख रुपये परिजनों से आरोपी को छोड़ने के एवज में मांगे थे जो नहीं देने पर उसे थाने में ही बंद कर जमकर पीटा। आरोपी मौका पाकर दो दिन पहले हथकड़ी सहित थाने से भाग निकला तो पुलिस ने कुछ घंटों बाद उसे घेराबंदी फिर पकड़ा और थाने लाकर उसके पैरों के नाखून निकालकर उसके पैर तोड़ दिए थे।

जबकि नियम अनुसार आरोपी को 24 घंटे में कोर्ट में पेश करना होता है। मामले का वीडियो सोशल मीडिया में आने के बाद हंगामा मच गया। आरोपी के परिवार के लोग उसके दो छोटे छोटे बच्चों के साथ पिछले तीन दिन से थाने के बार बैठे थे।

देर रात मीडिया द्वारा द्वारा उठाए गए मामले की जानकारी सामने आते ही वरिष्ठ अधिकारियों ने टीआई मनीष डावर को तुंरत लाइन अटैच कर दिया और सीएसपी नंदिनी शर्मा को मामले की जांच सौंपी है। टीआई द्वारा लापरवाही ओर वसूली का यह पहला मामला नहीं है। पिछले दिनों भी वसूली के चलते सोशल मीडिया और क्षेत्र के लोगों ने उनके खिलाफ लिखा था। अब देखना होगा कि टीआई को वरिष्ठ अधिकारी किस तरह की सजा देते है।