Edited By meena, Updated: 16 Sep, 2023 02:16 PM

मध्यप्रदेश के सिवनी जिले में एशिया के पहले नेशनल हाईवे-44 पर बने साउंडप्रूफ ब्रिज पर दरार आ गई है...
सिवनी(काबिज खान) : मध्यप्रदेश के सिवनी जिले में एशिया के पहले नेशनल हाईवे-44 पर बने साउंडप्रूफ ब्रिज पर दरार आ गई है। ये दरार लगातार हो रही भारी बारिश के कारण आई है। जिसके बाद फोरलेन रोड में टू लेन के 200 मीटर के हिस्से में ट्रैफिक रोका गया, इस वजह से टू लेन में जाम लग गया है। कश्मीर से कन्याकुमारी तक को जोड़ने वाला एन एच 44 सिवनी जिले से होकर गुजरता है।

सिवनी से नागपुर रोड के बीच पेंच टाइगर रिजर्व के जंगलों के बीच से एशिया का सबसे बड़ा साउंड प्रूफ ब्रिज बनाया गया है। इस ब्रिज पर गाड़ियां बहुत तेज भागती है लेकिन गाड़ियों का शोर ब्रिज के नीचे नहीं सुनाई देता है। 29 किलोमीटर लंबा यह ब्रिज 960 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया था। इसे एक प्राइवेट कंपनी ने बनाया था और 10 साल की गारंटी दी थी।

लेकिन मात्र 3 वर्ष में ही यह बारिश झेल नहीं पाया और लगातार हो रही बारिश की वजह से कई जगहों पर धंस गया है। ब्रिज के एक तरफ रोड पर बड़ी-बड़ी दरारें आ गई हैं। इस पर फिलहाल एक साइड से आवागमन बंद कर दिया गया है। इस ब्रिज पर हमेशा भारी वाहनों का आवागमन होता है। गनिमत यह रही कि दरारें पड़ने के वक्त कोई भारी वाहन इसपर नहीं था अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था।
बता दें मध्य प्रदेश में पिछले 24 घंटों में कई जिलों में भारी बारिश हो रही है। बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। लोगों का जनजीवन अस्पतव्यस्त हो गया है। ऐसे में सिवनी में बने एशिया का सबसे बड़ा मिट्टी का बांध संजय सरोवर भी अपने उछाल पर हैं। लगातार हो रही बारिश से बांध का जसस्तर खतरे के निशान पर पहुंच गया है। संजय सरोवर जलाशय (भीमगढ़ डेम) का वर्तमान जलस्तर 518.65 मीटर है। जल संग्रहण क्षेत्र में हो रही वर्षा से जल की आवक हो रही है। अतः निर्धारित जल स्तर बनाए रखने के लिए बांध के गेट खोले गए हैं। जिससे 20,000 घन फीट प्रति सेकंड (566.35 cumecs) जल की निकासी की जा रही है।