Edited By meena, Updated: 09 May, 2021 10:54 PM
जहां पूरे देश भर आपदा के कारण लोगों का जीना बेहाल हो गया है। वहीं इस आपदा की घड़ी में कुछ लोगों ने अवसर बना लिया है। इसका एक उदहारण छत्तीसगढ़ वनांचल क्षेत्र के आंध्रप्रदेश, तेलंगाना बॉर्डर कोंटा पर देखा जा सकता हैं। जहां छत्तीसगढ़ के मजदूर अपने घर...
सुकमा: जहां पूरे देश भर आपदा के कारण लोगों का जीना बेहाल हो गया है। वहीं इस आपदा की घड़ी में कुछ लोगों ने अवसर बना लिया है। इसका एक उदहारण छत्तीसगढ़ वनांचल क्षेत्र के आंध्रप्रदेश, तेलंगाना बॉर्डर कोंटा पर देखा जा सकता हैं। जहां छत्तीसगढ़ के मजदूर अपने घर वापसी के लिए कोंटा बॉर्डर पर टेस्ट के नाम पर 200-200 देना पड़ रहा है और कोंटा बॉर्डर पर बैठे अधिकारी रुपयों की मांग कर रहे हैं औऱ कोविड टेस्ट के नाम पर अपना उल्लू सीधा कर रहे है।
जो मजदूर इन अधिकारियों को 200 रुपए नहीं देता उन्हें बॉर्डर पार करने की अनुमति नहीं दी जाती। मजबूर और लाचार मजदूर अपने घर वापसी के लिए उन मौका परस्त अधिकारियों को कोविड टेस्ट का 200 रुपये देना मजबूरी बना हुआ है।
महामारी और आपदा की इस घड़ी में कोंटा बॉर्डर पर ड्यूटी में बैठे अधिकारी आपदा को अवसर बना लिए है। पंजाब केसरी की टीम जब आंध्रप्रदेश, तेलंगाना बॉडर पर पहुंची तो आपदा को अवसर बनाने का खेल अपने आंखों से देखा और अपने कैमरे में भी कैद कर लिया। जब मजदूरों से से पूछा गया कि कोविड टेस्ट का कितना रुपया लिया गया तो उन्होंने निःसंकोच 200 रुपये देने की बात कही।