Edited By Desh sharma, Updated: 03 Sep, 2025 10:02 PM

मध्यप्रदेश में खाद के लिए आए दिन हंगामे और विवाद हो रहे हैं। लोगों को खाद के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रह है। कहीं पर किसानों को घंटों लाइन में लगना पड़ रहा है तो कहीं लाठीचार्ज जैसे घटनाओं से दो-चार होना पड़ रहा है।
भोपाल (देश शर्मा):मध्यप्रदेश में खाद के लिए आए दिन हंगामे और विवाद हो रहे हैं। किसानों को खाद के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रह है। कहीं पर किसानों को घंटों लाइन में लगना पड़ रहा है तो कहीं लाठीचार्ज जैसे घटनाओं से दो-चार होना पड़ रहा है। हालांकि प्रशासन और सरकार भरपूर खाद होने के दावे करती है लेकिन किसानों की समस्या किसी से छिपी नहीं है ।
इस मुद्दे और किसानों की दिक्कत की सीएम मोहन को भी खबर है । वक्त की नजाकत को समझते हुए सीएम मोहन यादव ने अचानक अधिकारियों की बैठक बुलाई और कलेक्टरों को सख्त संदेश दिया। मोहन यादव ने साफ कर दिया है कि खाद का सुगम वितरण और सबको उपलब्ध कराना कलेक्टर की जिम्मेदारी है। अब अगर इसमें कोई गड़बड़ी या अव्यवस्था सामने आती है तो कलेक्टर सीधे जिम्मेदार होंगे।
CM मोहन का कलेक्टर्स को सख्त संदेश

सीएम मोहन यादव ने बुधवार को अचानक अधिकारियों की बैठक में सख्ती दिखाई है। उन्होंने खाद वितरण में अव्यवस्था पाने जाने पर कलेक्टर को हटाने तक की बात कही। सीएम ने साफ कहा कि ऐसे कलेक्टरों को हटाना पड़ेगा। CM मोहन के मुताबिक सरकार हर स्थिति में किसानों के साथ खड़ी है। जिलों में उर्वरक उपलब्धता की सघन समीक्षा हो और उपलब्ध उर्वरक के स्टॉक की जानकारी जनप्रतिनिधियों से भी साझा की जानी चाहिए ताकि किसानों को उर्वरक की उपलब्धता की वास्तविक स्थिति से अवगत कराया जा सके।
खाद वितरण सही नहीं , मतलब जिला नहीं चला पा रहे कलेक्टर
वैसै आपको बता दें कि प्रशासनिक दावों और धरातल पर काफी अंतर है। इसका ताजा उदाहरण रीवा में मंगलवार को देखने में मिला था। जहां पुलिस ने खाद के लिए परेशान किसानों पर लाठीचार्ज कर दिया। कई किसान घायल हो गए थे। इस घटना पर कांग्रेस हमलावर हो गई थी। इसी कड़ी में सतना में भी खाद को लेकर हंगामा हुआ था। अब सीएम मोहन खाद किसानों को खाद उपलब्ध कराने को लेकर दो टूक आदेश कलेक्टर्स को दे दिए हैं ।