CM हाउस में लगी विक्रमादित्य वैदिक घड़ी, कैसे करती है काम, जानिए हर सवाल का जवाब

Edited By meena, Updated: 01 Sep, 2025 03:40 PM

vikramaditya vedic clock installed in cm house

भारतीय संस्कृति-सनातन धर्म और वैदिक काल के मद्देजनर मध्यप्रदेश के लिए 1 सितंबर का दिन बेहद खास रहा...

भोपाल: भारतीय संस्कृति-सनातन धर्म और वैदिक काल के मद्देजनर मध्यप्रदेश के लिए 1 सितंबर का दिन बेहद खास रहा। मध्यप्रदेश का सीएम हाउस देश का पहला ऐसा शासकीय निवास होगा, जहां भारतीय परंपरा और विज्ञान पर आधारित वैदिक घड़ी स्थापित की गई है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज मुख्यमंत्री निवास में विक्रमादित्य वैदिक घड़ी और इसके मोबाइल एप का लोकार्पण किया। कार्यक्रम के दौरान सीएम डॉ.यादव ने जनता से मोबाइल टॉर्च जलवाकर एप भी डाउनलोड कराया। उन्होंने जनता से घड़ी और एप की जानकारी सभी रिश्तेदारों और दोस्तों तक पहुंचाने की अपील भी की।

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वैदिक घड़ी की विशेषताएं

मुख्यमंत्री मोहन यादव के मुताबिक, विक्रमादित्य वैदिक घड़ी ही वास्तविक घड़ी है। इसके माध्यम से ग्रह-नक्षत्रों के साथ-साथ पूरे पंचांग की जानकारी भी मिल जाएगी। यह घड़ी सूर्योदय और सूर्यास्त के आधार पर समय की गणना करती है। इसमें GMT के 24 घंटों को 30 मुहूर्त (घटी) में विभाजित किया गया है। हर मुहूर्त का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व है। घड़ी में घंटे, मिनट और सेकंड की सुई के साथ-साथ पंचांग, मुहूर्त, मौसम और अन्य धार्मिक जानकारी भी देखने को मिलेगी। इस घड़ी की खासियत यह है कि यह सिर्फ समय दिखाने वाली घड़ी नहीं घड़ी है, यह ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति, चंद्रमा किस नक्षत्र में है, सूर्य किस राशि में है जैसी सूचनाएं भी प्रदर्शित करती है। सीएम डॉ. यादव ने कहा कि ये वैदिक घड़ी नहीं है, ये हमारे भारत के वर्तमान के हालचाल दुनिया को बता रही है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि हमारे व्रत-त्योहार अंग्रेजी तिथि से नहीं आते। हमारी कालगणना इतनी वैज्ञानिक और सटीक है कि 6 ऋतुओं को भी बांधकर रखा गया है। यह गणना इतनी सटीक है कि अगर सावन का महीना बारिश का है तो वर्षा होगी ही होगी। भादौ में बारिश की झड़ी लगेगी ही लगेगी। अंग्रेजी तिथियों में 31 का महीना और 28-29 दिन का फरवरी हमारी गणना के बाद ही आए। अगर हम सूर्योदय-सूर्यास्त का अंतर करें तो कई चीजें स्पष्ट हो जाती हैं। हमारी हर बात का प्रमाण प्रकृति में है। ज्वार और भाटा का भी तथ्य रोचक है। अगर चंद्रमा नीचे आता है तो ज्वार-भाटा में लहरें ऊपर तक जाती हैं। प्रकृति सिद्ध कर रही है कि हमारी तिथियों की गणना सही है।

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सूर्योदय से सूर्योदय तक होनी चाहिए गणना- सीएम मोहन

सीएम मोहन के मुताबिक- समय की गणना सूर्योदय से सूर्योदय तक गणना होनी चाहिए। दिन के 24 घंटे की गणना से कोई फर्क नहीं पड़ता। इसका कोई प्रमाण नहीं है कि रात को 12 बजे के बाद दिन बदल जाएगा। इसलिए अपनी प्राचीन गणना में एक दिन में 30 मुहूर्त हैं। विक्रमादित्य वैदिक घड़ी के मोबाइल ऐप में 3179 विक्रम पूर्व (श्रीकृष्ण के जन्म), महाभारतकाल से लेकर 7000 से अधिक वर्षों के पंचांग, तिथि, नक्षत्र, योग, करण, वार, मास, व्रत एवं त्यौहारों की दुर्लभ जानकारियां मिलेगी। अलार्म की सुविधा के साथ साथ इस घड़ी में धार्मिक कार्यों, व्रत और साधना के लिए 30 अलग-अलग शुभाशुभ मुहूर्तों की जानकारी भी मिलेगी। खास बात यह कि इससे तापमान, हवा की गति, आर्द्रता और मौसम संबंधी सूचना भी मिलेगी। यह मोबाइल ऐप 189 से अधिक वैश्विक भाषाओं में उपलब्ध है। जिसमें दैनिक सूर्योदय और सूर्यास्त की गणना समेत इसी आधार पर हर दिन के 30 मुहूर्तों का सटीक विवरण शामिल है। 

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