Edited By Himansh sharma, Updated: 14 Dec, 2025 03:37 PM

मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में पुलिस की साख को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है।
छतरपुर। मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में पुलिस की साख को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। शराब के नशे में धुत प्रधान आरक्षक मुकेश राजपूत ने थाना प्रभारी को फोन पर गालियां दीं और जमकर हंगामा किया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। एसपी छतरपुर अगम जैन ने कड़ा एक्शन लेते हुए शनिवार देर रात प्रधान आरक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
जानकारी के अनुसार, प्रधान आरक्षक मुकेश राजपूत वर्तमान में पुलिस लाइन में पदस्थ थे और बड़ामलहरा थाना अंतर्गत न्यायालय में उनकी ड्यूटी लगी हुई थी। सामने आए दो अलग-अलग वीडियो में एक में वह थाना प्रभारी को फोन पर अशब्द भाषा में गालियां देते नजर आ रहे हैं, जबकि दूसरे वीडियो में वह शराब के नशे में लड़खड़ाते हुए बाइक स्टार्ट करने की कोशिश करते दिखाई दे रहे हैं।
शराब दुकान पर विवाद से भड़का मामला
बताया जा रहा है कि प्रधान आरक्षक शराब लेने शराब दुकान पहुंचे थे, जहां दुकानदार ने शराब देने से मना कर दिया और थाना प्रभारी से शिकायत करने की बात कही। इसी बात पर भड़के प्रधान आरक्षक ने मौके पर हंगामा शुरू कर दिया और फोन पर थाना प्रभारी को गालियां देने लगे। शराब दुकान के कर्मचारियों ने पूरी घटना का वीडियो बना लिया, जो बाद में सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया।
कैबिनेट बैठक के दौरान भी किया था हंगामा
सूत्रों के मुताबिक, 8 और 9 दिसंबर को मुख्यमंत्री मोहन यादव की कैबिनेट बैठक खजुराहो में आयोजित थी। उस दौरान बिजावर थाना प्रभारी कमलजीत सिंह ड्यूटी पर तैनात थे और इसी समय प्रधान आरक्षक ने शराब के नशे में अनुशासनहीनता दिखाई थी।
मेडिकल जांच के बाद हुई कार्रवाई
वीडियो वायरल होने और शिकायत एसपी तक पहुंचने के बाद पुलिस ने प्रधान आरक्षक का मेडिकल परीक्षण (एमएलसी) कराया, जिसमें शराब सेवन की पुष्टि हुई। इसके बाद एसपी छतरपुर अगम जैन ने देर रात सख्त कदम उठाते हुए प्रधान आरक्षक मुकेश राजपूत को निलंबित कर दिया।
यह घटना पुलिस विभाग में अनुशासन और जिम्मेदारी को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर रही है, वहीं वरिष्ठ अधिकारियों की सख्ती से साफ संकेत दिया गया है कि वर्दी की मर्यादा से खिलवाड़ करने वालों पर कड़ी कार्रवाई तय है।