Edited By meena, Updated: 03 Jan, 2025 06:35 PM
कड़ाके की सर्दी से पूरा जिला परेशान है। लोग गर्म कपड़ों के बगैर घर से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं...
गुना (मिस्बाह नूर) : कड़ाके की सर्दी से पूरा जिला परेशान है। लोग गर्म कपड़ों के बगैर घर से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं और घर में आते ही रजाई में दुबक जाते हैं। इन विपरीत मौसम में किसानों को बिजली नहीं मिल पाने के चलते अमानवीय प्रताड़ना का सामना करना पड़ रहा है। आरोन सहित कई तहसीलों के किसान रात-रातभर खेतों में खड़े होकर बिजली का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन उन्हें पर्याप्त बिजली उपलब्ध नहीं हो पा रही है।
सर्दी के मौसम में बिजली कंपनी की उदासीनता और यूरिया संकट से परेशान आरोन क्षेत्र के सैकड़ों किसानों का सब्र शुक्रवार को समाप्त हो गया। लगभग 25 गांव से आए किसान रामपुर स्थित विद्युत सब स्टेशन पहुंच गए और नारेबाजी करते हुए आरोन-सिरोंज मार्ग पर चक्काजाम कर दिया। किसानों ने बिजली कम्पनी के विरोध में जमकर नारेबाजी की। आरोप था कि 10 घंटे बिजली देने के नियम का उल्लंघन किया जा रहा है। रामपुर के आसपास ज्यादातर गांवों में खेती के लिए महज 8 से 9 घंटे बिजली मिल रही है। विद्युत सप्लाई का समय निर्धारित नहीं है। रात के समय एक या दो घंटे बिजली देकर सप्लाई बंद कर दी जाती है, जिसके बाद किसानों को दोबारा बिजली आने का इंतजार करते हुए भीषण ठंड के बीच खेतों में ही रात गुजारना पड़ रही है। किसानों ने अधिकारियों से पूछा कि उनके साथ अमानवीय बर्ताव क्यों किया जा रहा है?
कुछ किसानों ने बिजली कंपनी के अधिकारियों, कर्मचारियों को चेतावनी दी कि वे रजाई से बाहर निकलकर खेतों में कुछ घंटे होकर दिखाएं, ताकि उन्हें किसानों की परेशानी का अहसास हो सके। रामपुर सब स्टेशन पर प्रदर्शन कर रहे किसानों को समझाइश देने के लिए पहले पुलिस कर्मचारी और बाद में बिजली कम्पनी के आला अधिकारी पहुंचे, जिनके सामने किसानों ने जमकर नारेबाजी जाहिर की। प्रदर्शनकारियों ने रामपुर विद्युत सब स्टेशन पर तैनात स्टाफ को भी बदलने की मांग की है। उनका आरोप है कि रामपुर सब स्टेशन पर पदस्थ स्टाफ मनमानी कर रहा है। बताया जा रहा है कि लगभग 3 से 4 घंटे तक चले प्रदर्शन के बाद किसानों को आश्वासन दिया गया है, जिसके बाद प्रदर्शन समाप्त कर दिया गया। लेकिन जाते-जाते किसानों ने चेतावनी दी कि अगर उन्हें 10 बिजली नहीं मिली तो वह अनिश्चितकाल के लिए सड़क मार्ग बंद कर देंगे, जिसकी जवाबदेही बिजली कम्पनी की होगी।