Edited By meena, Updated: 31 Dec, 2024 08:18 PM
पूर्व सांसद कंकर मुंजारे की गिरफ्तारी के खिलाफ मंगलवार को बालाघाट बंद का शहर में मिला-जुला असर देखने को मिला...
बालाघाट (हरीश लिलहरे) : पूर्व सांसद कंकर मुंजारे की गिरफ्तारी के खिलाफ मंगलवार को बालाघाट बंद का शहर में मिला-जुला असर देखने को मिला। जहां सुबह करीब 9.30 बजे प्रदर्शनकारी बस स्टैंड से पैदल मार्च करते हुए शहर के मेन-रोड, हनुमान चौक और सर्किट हाउस रोड से अंबेडकर चौक पहुंचे और यहां पहुंचकर उन्होंने पूर्व सांसद कंकर मुंजारे के समर्थन में नारेबाजी की। वहीं बस स्टैंड में विवाद की स्थिति भी निर्मित होते दिखाई दी।
गौरतलब है कि किसानों के मुद्दों को लेकर बीते कुछ दिनों से सियासी माहौल देखने मिल रहा है। शिकायतों को लेकर कंकर मुंजारे 27 दिसंबर को धान खरीदी केंद्र गए थे, लेकिन वहां मारपीट व विवाद बढ़ गया और कर्मचारियों की शिकायत पर लालबर्रा थाने में पूर्व सांसद कंकर मुंजारे समेत चार लोगों पर अपराध पंजीबद्ध हुआ। मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने पूर्व सांसद कंकर मुंजारे को पुलिस ने गिरफ्तार किया। जहां कार्रवाई के बाद आक्रोश बढ़ गया। इधर मुंजारे ने एमएलए कोर्ट से भी जमानत नहीं मिली है। जहां जमानत याचिका को खारिज कर न्यायालय ने सभी आरोपियों को 10 जनवरी तक न्यायिक अभिरक्षा में जेल भिजवा दिया है। जिसके बाद समाज व उनके समर्थनों में आक्रोश बढ गया और बालाघाट बंद का आव्हान किया गया था। जहां बीते 20 दिनों में दूसरी बार बंद प्रदर्शन की झलक देखने मिली थी। इससे पहले 10 दिसंबर को भी सरकार के धान का समर्थन मूल्य 3100 रुपए देने की मांग को लेकर किसान संगठन ने बंद बुलाया था।
सामाजिक आव्हान पर 30 दिसंबर को बुलाए गए बालाघाट बंद के बावजूद बस संचालन पर जिला पंचायत के पूर्व सदस्य उम्मेद लिल्हारे के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों ने नाराजगी जाहिर की। जहां उन्होंने बस संचालकों को चेताया था कि यदि अपील के बाद भी बस का संचालन हुआ तो वे गाड़ियों में पुलिस अधिकारियों को लेकर निकले। बस स्टैंड से ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित बसों को अगर कोई नुकसान होता है, तो हमें मत बोलना। जिसके बाद जिले में संचालित बसों के पहियों पर ब्रेक लगता नजर आया। लेकिन व्यवसायिक प्रतिष्ठानों पर कोई दबाव नजर नहीं आया। किसी ने बंद का समर्थन दिया तो किसी ने पुलिस सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम देखकर अपने अपने प्रतिष्ठान खोल दिए। जिसके चलते ही बंद का मिला-जुला असर देखने को मिला।