Edited By Devendra Singh, Updated: 27 Nov, 2022 12:03 PM

पेंड्रा पुलिस ने जुए के फड़ पर दाबिश जेकर 7 जुआ खेल रहे आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही पुलिस ने 45 हजार रुपये नगद, 7 मोबाइल और 4 बाइक जब्त की है।
पेंड्रा (अभिषेक गुप्ता): गौरेला पेंड्रा मरवाही के बरवाला बगडी गांव के जंगल में पुलिस (pendra police) ने जुआरियों (gambler) के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने जुआ खेलते हुए 7 जुआरियों को गिरफ्तार (7 gamblers arrested by police) किया हैं। उनके पास से 45 हजार रुपए नगद, 4 मोटरसाइकिल और 7 मोबाइल जब्त किए हैं। मामला पेंड्रा थाना क्षेत्र का है। जहां पेंड्रा पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि कुछ बदमाश, जंगल के पास रुपए का दांव लगाकर जुआ खेल रहे हैं। जिसके बाद टीम ने वहां जाकर छापा मारते हुए मिथलेश यादव, रवि साहू, दीपक कश्यप, भोले सोनी, ओमप्रकाश यादव, राकेश राठौड़, इदरीस अहमद को गिरफ्तार किया हैं।
जुआरियों को गिरफ्तार करने के लिए बनाई विशेष टीम
पुलिस का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ जुआ एक्ट (gambler act) के तहत कार्रवाई की गई है। बाद में उन्हें मुचलके पर जमानत दे दी गई हैं। एएसपी अर्चना झा के निर्देश पर टीम गठित कर कार्रवाई को अंजाम दिया गया। हालांकि कुछ जुआरी मौके पर से भागने में कामयाब रहे। दरअसल गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले में मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले के कोतमा, अनूपपुर, अमरकंटक, बिजुरी के अलावा कोरबा जिले की सीमा भी लगती है। यहां अंतर्राज्यीय सीमा पर जंगलों में जुआ खेलने की काफी शिकायतें पुलिस को मिल रही थी।
12 मामलों से भी ज्यादा पुलिस कर चुकी है कार्रवाई
इससे पहले पुलिस ने दीपावली से लेकर अब तक 12 से ज्यादा मामलों में कार्रवाई करते हुए लाखों रुपए जब्त किए थे। लेकिन इस पर पूरी तरह से लगाम नहीं लगाई जा सकी है। एएसपी अर्चना झा ने कहा कि लगातार सूचनाओं पर कार्रवाई की जा रही है और लोगों से इस तरह के अवैध खेल और अन्य सूचनाओं को पुलिस तक पहुंचाने की अपील की है। ताकि कार्रवाई को और बढ़ाया जा सके।
कई बार सलाखों क पीछे जा चुके हैं जुआरी
इससे पहले जब गौरेला पेंड्रा मरवाही जिला बिलासपुर के आता था, तब तत्कालीन एसपी आरिफ शेख ने जुआरियों के खिलाफ कड़ा रुख अख्तियार किया था और पुलिस को जुआ एक्ट के साथ ही धारा 151 के तहत कार्रवाई का भी निर्देश दिये थे। इस दौरान गाड़ियों पर जुआ एक्ट के अलावा प्रतिबंधात्मक कार्रवाई भी की जाती रही है। जिसके चलते कई जुआरियों को सलाखों क पीछे पहुंचाया गया है।