Edited By Himansh sharma, Updated: 20 Jun, 2025 04:30 PM

: मानसून की दस्तक के साथ ही गुना जिला अस्पताल की बदहाली खुलकर सामने आ गई है।
गुना। (मिसबाह नूर): मानसून की दस्तक के साथ ही गुना जिला अस्पताल की बदहाली खुलकर सामने आ गई है। बारिश की शुरुआत होते ही अस्पताल की जर्जर इमारतों की पोल खुल गई है, जिससे मरीजों और उनके परिजनों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। विशेषकर मैटरनिटी वार्ड और आईसीयू में पानी भरने से प्रसूता महिलाएं और गंभीर मरीज परेशान हो रहे हैं। बता दें गुना जिले में बीते 24 घंटों से झमाझम बारिश हो रही है। इसके बाद जिला अस्पताल के मैटरनिटी वार्ड और उसके आईसीयू में पानी भर जाने से हालात गंभीर हो गए हैं।
पानी निकालने की कोई व्यवस्था न होने के कारण पूरे वार्ड में जगह-जगह पानी भरा हुआ है। प्रसूताओं के परिजन ने अपनी आपबीती बताते हुए कहा कि पानी में उनकी चप्पलें तैरती नजर आईं और फर्श पर जगह-जगह पानी नजर आ रहा है। आशंका जताई जा रही है कि तेज बारिश हुई तो वार्ड में खड़ा होना भी मुश्किल हो जाएगा। कई जगह छतों से पानी टपक रहा है और खिड़कियों से भी पानी अंदर आ रहा है।
पानी भरने के कारण कुछ महिलाओं के पलंग भी हटाने पड़े, जिससे रात भर अटेंडर और महिलाएं परेशान होती रहीं। इससे भी चिंताजनक बात यह है कि मैटरनिटी और आईसीयू वार्ड में गटर का गंदा पानी पहुंच रहा है, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। अस्पताल परिसर के बाहर भी स्थिति दयनीय है। जिला अस्पताल के गेट पर भारी कीचड़ जमा हो गया है, जिससे मरीजों और अटेंडरों को निकलने में परेशानी हो रही है। बताया गया है कि ठेकेदार द्वारा बनाए गए चैंबर में ढक्कन नहीं लगाए गए हैं, जिससे रात के समय मरीजों या उनके अटेंडरों के गिरने और चोटिल होने का खतरा बना हुआ है, और उनकी जान को भी जोखिम हो सकता है। कुल मिलाकर बारिश ने गुना जिला अस्पताल में मरीजों और उनके अटेंडरों के लिए मुसीबतें बढ़ा दी हैं।