Edited By meena, Updated: 30 Dec, 2024 04:35 PM
पिछले छह दिनों से इंदौर के रिटेल गारमेंट और सोना चांदी व्यापारियों द्वारा UPI पेमैंट लेने से इनकार किए जाने पर...
इंदौर (सचिन बहरानी) : पिछले छह दिनों से इंदौर के रिटेल गारमेंट और सोना चांदी व्यापारियों द्वारा UPI पेमैंट लेने से इनकार किए जाने पर आखिरकार आज क्राइम ब्रांच को हस्तक्षेप करना पड़ा। क्राइम ब्रांच के अधिकारी व्यापारियों के पास पहुंचे और समझाइश देकर UPI पेमेंट शुरू करवाया। वहीं खाते सीज किए जाने के मामले में बाहरी राज्यों की पुलिस से समन्वय कर खातों को खुलवाने और सहयोग करने का आश्वासन दिया।
दरअसल इंदौर के रिटेल कपड़ा व्यापारी एसोसिएशन के साथ सोना चांदी व्यापारी एसोसिएशन और अहिल्या चेंबर ऑफ कॉमर्स से जुड़े पदाधिकारी सहित शहर के साढ़े 600 से ज्यादा व्यापारियों ने यूपीआई के माध्यम से पेमेंट लेना बंद कर दिया था। व्यापारियों का कहना था कि डिजिटल अरेस्ट और साइबर फ्रॉड से जुड़े लोगों द्वारा जब खरीददारी के दौरान ऑनलाइन पेमेंट किया जाता है, तो जांच के नाम पर साइबर पुलिस और क्राइम ब्रांच उनके खाते सीज कर देती है। इंदौर में ऐसे ही 25 व्यापारियों के खाते सीज कर दिए गए हैं, जिसे लेकर उन्होंने पिछले 6 दिनों से यूपीआई पेमेंट लेना बंद कर दिया था और अपने दुकानों के बाहर यूपीआई पेमेंट ना लेने के पोस्टर भी लगा दिए थे।
इसके बाद जिला प्रशासन और क्राइम ब्रांच के एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया व्यापारियों के पास पहुंचे और उन्हें समझाइश देते हुए यूपीआई पेमेंट शुरू करने की समझाइश दी। साथ ही अलग-अलग राज्यों में शहर के 25 व्यापारियों के जो खाते चीज किए गए थे। उन्हें खुलवाने में मदद करने का भी आश्वासन दिया। इसके बाद सभी व्यापारियों ने अधिकारियों की बात से सहमत होते हुए और उन्होंने ऑनलाइन पेमेंट लेना शुरू कर दिया है।