Edited By meena, Updated: 18 Apr, 2022 11:08 AM

रामनवमी के दिन मध्य प्रदेश के खरगोन में हुई हिंसा में पहली मौत होने की पुष्टि हुई है। परिजनों का आरोप है कि मृतक 10 तारीख से गुमशुदा था। मृतक ईबरेश खरगोन का रहने वाला है और उसकी मौत पत्थर लगने से हुई है। वह पिछले कई दिनों से एमवाय के अस्पताल में...
इंदौर(सचिन बहरानी): रामनवमी के दिन मध्य प्रदेश के खरगोन में हुई हिंसा में पहली मौत होने की पुष्टि हुई है। परिजनों का आरोप है कि मृतक 10 तारीख से गुमशुदा था। मृतक ईबरेश खरगोन का रहने वाला है और उसकी मौत पत्थर लगने से हुई है। वह पिछले कई दिनों से एमवाय के अस्पताल में इलाजरत था।

ईबरेश के भाई इखलाक खान का आरोप है कि उसके भाई की बहुत बुरी तरह मारा गया था। वहां के लोगों ने और पुलिस ने बहुत मारा था। परिजनों के मुताबिक घटना वाले दिन 10 तारीख को रोजा खोल कर घर का सामान लेने गया था। उसके बाद विवाद हो गया फिर पुलिस अपने साथ लेकर गई थी और थाने से लापता हो गया था।
वही खरगोन एसपी ने बताया कि 10 तारीख की रात को एक घायल युवक की सूचना मिली थी जिसे अस्पताल पहुंचाया उसकी पहचान नहीं हो पाई थी तो हमने उसका इंदौर में पोस्टमार्टम कराया है। खरगोन में शव रखने की सुविधा नहीं थी तो इंदौर के एमवाय अस्पताल पहुंचाया था। इसी दौरन हमने सीसीटीवी देखे और 14 तारीख को एक गुमशुदगी का मामला आया था। उसके पश्चात ईबरेश की पहचान परिजनों द्वारा की गई। खरगोन एसपी के अनुसार ईबरेश की मौत सिर में पत्थर लगने से हुई है। बाकी पूरे मामले की जांच जारी है इस पूरे मामले में अपराध दर्ज कर लिया गया है और इस पर आगे कार्यवाही की जाएगी।