Edited By meena, Updated: 14 Aug, 2024 02:01 PM
हर पर्व की तरह महाकाल मंदिर में रक्षाबंधन का पर्व भी धूमधाम से मनाया जाएगा...
उज्जैन ( विशाल सिंह ) : हर पर्व की तरह महाकाल मंदिर में रक्षाबंधन का पर्व भी धूमधाम से मनाया जाएगा। 19 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा पर महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी परिवार द्वारा बाबा महाकाल को लड्डओं का भोग लगाया जाएगा। इसके लिए तैयारियां शुरू हो चुकी है। मंदिर परिसर में पर्व की शुरूआत उज्जैन कलेक्टर, पुजारी और उनके परिवार की महिलाओं ने की।
रक्षाबंधन पर बाबा महाकाल को राखी बांधने की परंपरा वर्षों से चली आ रही है। इसी क्रम में इस बार भी भस्म आरती के बाद पुजारी परिवार द्वारा राजाधिराज महाकाल को लड्डूओं का भोग अर्पण किया जाएगा। इसके बाद राजा महाकाल को श्रावण पूर्णिमा पर सबसे पहले राखी बांधी जाएगी। भस्म आरती के दौरान भगवान को राखी बांधने के पश्चात लड्डूओं का भोग लगाया जाता है।
आज बुधवार से इस पर्व की शुरूआत की गई। कलेक्टर नीरज सिंह के साथ जनोई पाती परिवार के पंडित घनश्याम पुजारी, संजय पुजारी, आशीष पुजारी, विकास पुजारी, मनोज पुजारी ने लड्डुओं के बनाने की शुरुआत मंत्रो से की। इस दौरान उज्जैन कलेक्टर नीरज सिंह ने पूजन किया। आशीष पुजारी ने बताया कि राखी पर्व पर सवा लाख लड्डुओं का भोग लगेगा। आज से महाकाल मंदिर परिसर में नए बने शिखर दर्शन के नीचे कमरों में शुरुआत की गई है।
लड्डू बनाने वाले पात्र को गंगा जल से शुद्ध किया गया। पांच दिन में सवा लाख लड्डू बनकर तैयार हो जाएंगे। सवा लाख लड्डुओं का वितरण राखी पर्व भगवान महाकाल को भोग लगाने के बाद किया जायेगा। कलेक्टर नीरज सिंह ने कड़ाई में लड्डू डालकर इसकी शुरुआत कर कहा कि परंपरा अनुसार सवा लाख लड्डुओं का भोग लगेगा इसलिए पूजन कर देश वासियों की मंगल कामना प्रार्थना भगवान महाकाल से की है।