Edited By meena, Updated: 02 Jul, 2020 05:52 PM
मध्य प्रदेश में आज मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ। शिवराज सिंह चौहान के सीएम बनने के बाद 71 दिन बाद आखिरकार उनके मंत्रिमंडल का गठन हो गया। खास बात यह रही कि इसमें ज्योतिरादित्य सिंधिया का पलड़ा भारी रहा और सिंधिया खेमा फायदे में हैं। इसके साथ ही अगर...
भोपाल: मध्य प्रदेश में आज मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ। शिवराज सिंह चौहान के सीएम बनने के बाद 71 दिन बाद आखिरकार उनके मंत्रिमंडल का गठन हो गया। खास बात यह रही कि इसमें ज्योतिरादित्य सिंधिया का पलड़ा भारी रहा और सिंधिया खेमा फायदे में हैं। इसके साथ ही अगर दूसरे पहलू पर गौर किया जाए तो शिवराज मंत्रिमंडल में 41% मंत्री पूर्व कांग्रेसी है और वर्तमान में विधायक नहीं है।
दरअसल, शिवराज मंत्रिमंडल में आज 28 मंत्रियों को शपथ दिलाई, जिनमें 9 सिंधिया खेमे से हैं, जबकि 7 शिवराज सरकार में पहले मंत्री रह चुके हैं। शपथ लेने वाले 28 नेताओं में से 20 को कैबिनेट और 8 को राज्य मंत्री बनाया गया है। 4 नेता ऐसे हैं, जो तीन महीने पहले तक कमलनाथ सरकार में मंत्री रहे थे।
कमलनाथ सरकार को अलविदा और शिवराज सरकार को सत्ता में लाने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया को आज के मंत्रिमंडल के पूरा पूरा लाभ हुआ है। समीकरण के हिसाब से देखा जाए तो शिवराज की टीम में अब शिवराज सिंह के समेत 34 मंत्री हैं। इनमें 59% मंत्री 2018 में भाजपा के टिकट पर चुनाव जीते हुए हैं। जबकि 41% यानी 14 मंत्री पूर्व कांग्रेसी हैं। खास बात यह है कि इनमें से अभी एक भी विधायक नहीं है। ये मध्यप्रदेश के इतिहास में पहली बार हुआ है, जब 14 मंत्री विधायक नहीं हैं।
वहीं अगर दूसरे पहलू से देखा जाए तो आज के मंत्रिमंडल विस्तार में सिंधिया समर्थकों और कांग्रेस से भाजपा में आए नेताओं को सबसे ज्यादा फायदा हुआ है। कमलनाथ सरकार में 6 मंत्री सिंधिया समर्थक थे। सिंधिया समर्थक इन विधायकों को मिला मंत्री पद कमलनाथ सरकार में सिंधिया खेमे के 6 विधायक मंत्री थे। जिनमें गोविंद सिंह राजपूत, तुलसी सिलावट, प्रद्युम्न सिंह तोमर, इमरती देवी, प्रभुराम चौधरी और महेंद्र सिंह सिसोदिया शामिल थे। शिवराज सरकार में भी ये सभी के सभी अब कैबिनेट मंत्री बन चुके हैं।
वहीं इनमें से दो नेता तुलसी सिलावट और राजपूत पहले ही कैबिनेट में शामिल हो चुके हैं। इनके अलावा 5 और नेता राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव, बृजेंद्र सिंह यादव, गिर्राज दंडोतिया, सुरेंद्र धाकड़ और ओपीएस भदौरिया गुरुवार को शिवराज की टीम में मंत्री बने हैं। इससे साफ होता है कि कमलनाथ सरकार में सिंधिया खेमे से 6 नेता मंत्री थे, जबकि शिवराज सरकार में उनके खेमे से 11 नेता मंत्री बन चुके हैं।