Edited By meena, Updated: 27 Jan, 2025 07:25 PM
मध्य प्रदेश के रीवा जिले की MBA की छात्रा अल्फिया खान का एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है...
रीवा (गोविंद सिंह) : मध्य प्रदेश के रीवा जिले की MBA की छात्रा अल्फिया खान का एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। वीडियो में अल्फिया ने AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के एक भड़काऊ भाषण की तर्ज पर इंस्टाग्राम पर रील बनाकर पोस्ट की है। वीडियो वायरल होने के बाद लोग छात्रा को खूब ट्रोल कर रहे हैं और कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं।
कौन है अल्फिया खान
अल्फिया खान रीवा के अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय की छात्रा हैं। अल्फिया ने कई वीडियो बनाकर इंस्टाग्राम पर शेयर किए हैं जो वीडियो वायरल हो रहे हैं। अल्फिया के इंस्टाग्राम पर 3 लाख से ज़्यादा फॉलोअर्स हैं। नवंबर 2024 में को पोस्ट एक रील पर अल्फिया की मुश्किलें बड़ा दी है। अल्फिया ने ओवैसी के 15 मिनट वाले भाषण की तर्ज पर वीडियो बनाई है। ओवैसी का यह भाषण 2024 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दौरान काफी विवादों में रहा था।
क्या है रील में..
15 मिनट याद आया...रील में अल्फिया ओवैसी के शब्दों को दोहरा रही हैं कि 15 मिनट... 15 मिनट, याद आया.. हां पीछे बैठने वाले भी मुस्कुरा रहे हैं, मेरे पीछे बैठने वाले भी बोलो 15 मिनट। यह रील तेजी से वायरल हुई और इसे 10 लाख से ज़्यादा व्यूज मिल चुके हैं। इस रील के वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर कई लोगों ने इस पर आपत्ति जताई है। कुछ यूजर्स ने इसे दंगा भड़काने की कोशिश बताया है। तो एक यूजर ने MP पुलिस को टैग करते हुए लिखा कि ये खुलेआम दंगा करने की चुनौती दे रही हैं। कार्रवाई होनी चाहिए।
एबीवीपी ने की कार्रवाई की मांग
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नगर मंत्री हर्ष शाहू ने पूरे मामले को लेकर विश्वविद्यालय थाने में शिकायती आवेदन देकर जांच की मांग की है। ट्रोल होने के बाद फिलहाल छात्रा ने पोस्ट को डिलीट कर दिया है। अभी तक छात्रा पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
अल्फिया ने मांगी माफी
विवाद बढ़ता देखकर अल्फिया ने वीडियो डिलीट कर दिया है। साथ ही नया वीडियो पोस्ट कर माफी मांगी है। उन्होंने कहा कि उस वीडियो में ऐसा नहीं कुछ नहीं है। अगर किसी की भावना को ठेस पहुंची है तो मैं क्षमाप्रार्थी हूं। आगे से ऐसा वीडियो पोस्ट नहीं करूंगी। मैं वीडियो को डिलीट कर दिया। किसी को ठेस पहुंचाने का मेरा इरादा नहीं था। इस्लाफ किसी जाति और धर्म को नीचा दिखाना नहीं सिखाता। मैं हिंदू भाई-बहनों के बीच ही रहती हूं। और सब धर्मों को मैं मानती हूं और सबकी इज्जत करती हूं।