Edited By meena, Updated: 14 Sep, 2023 01:22 PM

आज पीएम मोदी मध्य प्रदेश के सागर जिले के बीना में 50 हजार 8 करोड़ की परियोजना की आधारशिला रखी...
बीना: आज पीएम मोदी मध्य प्रदेश के सागर जिले के बीना में 50 हजार 8 करोड़ की परियोजना की आधारशिला रखी। इन परियोजनाओं में भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) की बीना रिफाइनरी में 49,000 करोड़ रुपये की लागत से एक पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स और राज्य भर में 1,800 करोड़ रुपये की 10 नई औद्योगिक परियोजनाएं शामिल हैं। पीएम मोदी ने कहा कि इन योजनाओं से राज्य के विकास को गति मिलेगी। हम भारत को आने वाले समय में पेट्रो कैमिकल्स के क्षेत्र में भी आत्मनिर्भर बनाना चाहते हैं। किसी भी देश या राज्य के विकास के लिए आवश्यक है कि शासन प्रशासन पूरी तरह पारदर्शी हो, लेकिन एक समय लंबे समय तक इस राज्य में राज करने वालों ने भ्रष्टाचार और अपराध के अलावा कुछ नहीं किया। जी20 का सफल आयोजन भारत की 140 करोड़ जनता के कारण हुआ, मोदी के कारण नहीं हुआ।
INDIA गठबंधन को बताया घमंडिया गठबंधन
पीएम मोदी ने आगे कहा कि कुछ ऐसे दल भी हैं, जो देश और समाज को विभाजित करना चाहते हैं। ऐसे लोगों ने‘‘इंडी एलायंस‘'बनाया है। कुछ लोग इसे‘‘घमंडिया गठबंधन‘'भी कहते हैं। ‘‘इंडी एलायंस‘'या‘‘घमंडिया गठबंधन‘'में नेतृत्व को लेकर संदेह है। ये सनातन परंपरा को समाप्त करने के संकल्प के साथ ही आस्था पर हमला कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने जी20 शिखर सम्मेलन की सफलता का श्रेय भारत के 140 करोड़ लोगों को दिया। मोदी ने कहा कि इसने लोगों और देश का गौरव बढ़ाया है।
क्या है भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड योजना
मध्य प्रदेश में ये नई परियोजनाएं राज्य के औद्योगिक विकास में महत्वपूर्ण रूप से योगदान देंगी। भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड की अत्याधुनिक बीना रिफाइनरी को लगभग 49,000 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया जाएगा और इसमें प्रतिवर्ष 2,200 किलो टन विभिन्न प्रकार के पेट्रोकेमिकल का उत्पादन होगा, जो कपड़ा, पैकेजिंग और फार्मा जैसे विभिन्न क्षेत्र में महत्वपूर्ण घटक हैं। इस रिफाइनरी से देश की आयात निर्भरता कम होगी और ‘आत्मनिर्भर भारत' के दृष्टिकोण को पूरा करने की दिशा में यह एक कदम होगा।

15 हजार लोगों को मिलेगा रोजगार
बीना रिफाइनरी में 49,000 करोड़ रुपये की लागत से पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स पांच साल की अवधि में बनकर तैयार होगा और इसके बन जाने से 15,000 लोगों को प्रत्यक्ष रूप से तथा दो लाख लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा।