Edited By meena, Updated: 02 Mar, 2023 03:49 PM

एक तरफ 12वीं बोर्ड का पेपर तो दूसरी ओर पिता की मौत...देवास में एक ऐसा मामला सामने आया जिसे सुनने और देखने वालों की आंखें नम हो गई।
देवास(एहतेशाम कुरेशी): एक तरफ 12वीं बोर्ड का पेपर तो दूसरी ओर पिता की मौत...देवास में एक ऐसा मामला सामने आया जिसे सुनने और देखने वालों की आंखें नम हो गई। दरअसल, बारहवीं कक्षा के देवेंद्र के पिता की रात में हार्ट अटैक से मौत हो गई, वहीं सुबह उसका पेपर था। बड़ी सोच विचार के बाद देवेंद्र पहले पेपर देने गया और फिर वापस आकर पिता की अर्थी को कंधा दिया। अब छात्र के हौंसले की चर्चा हर तरफ हो रही है इसकी जगह कोई और होता तो पेपर केंसिल कर देता। लेकिन दुखों को खुद में समेटे नम आंखों से पेपर देने पहुंचे इस छात्र ने कईंयों को सोच में डाल दिया।

दरअसल देवास के आवास नगर कालोनी में 3 बहनों में इकलौता भाई 12वीं कक्षा के छात्र देवेंद्र पिता जगदीश सोलंकी के पिता की हार्ट अटैक से मौत हो गई। जगदीश सोलंकी नगर निगम में कर्मचारी थे। देवेंद्र रात भर पिता के शव के पास बैठा रहा, फिर भी सुबह उसका बोर्ड का पेपर था। देवेंद्र ने शिक्षा के कर्म और पुत्र होने के धर्म को निभाया और एक संदेश दिया है।
पिता का शव घर में लेकिन 17 वर्षीय बेटे ने शिक्षा को महत्व दिया। देवेंद्र ने अपने इस असहनीय दुःख को अपने में समेटे अपने शिक्षा के कर्म को प्राथमिकता दी। उसने निर्णय लिया कि पहले वह पेपर देगा उसके बाद पिता का अंतिम संस्कार करेगा। फिलहाल वर्तमान में पिता की देह घर में हैं और बेटा देवेंद्र BCM हायर सेकेंड्री स्कूल देवास में पेपर देने और 12 बजे पेपर समाप्ति के पश्चात अपने पिता की अर्थी को कन्धा दिया और उनका अंतिम संस्कार किया।