Edited By Vikas Tiwari, Updated: 25 Oct, 2023 01:38 PM

मध्यप्रदेश में कांग्रेस ने चार सीटों पर अपने उम्मीदवारों को बदल दिया है। जिसमें से दो सीटों पर तो वर्तमान विधायकों को ही मौका दिया गया है तो दो पर नए चेहरों को पार्टी ने जगह दी है। इस बदलाव के बाद जो सबसे बड़ा सवाल उठ रहा है, वो ये है की क्या...
मध्यप्रदेश डेस्क: मध्यप्रदेश में कांग्रेस ने चार सीटों पर अपने उम्मीदवारों को बदल दिया है। जिसमें से दो सीटों पर तो वर्तमान विधायकों को ही मौका दिया गया है तो दो पर नए चेहरों को पार्टी ने जगह दी है। इस बदलाव के बाद जो सबसे बड़ा सवाल उठ रहा है, वो ये है की क्या बागियों के आगे कांग्रेस ने सरेंडर कर दिया? आखिर क्या वजह थी की कांग्रेस को इन चार सीटों पर अपने कैंडिडेट्स बदलने पड़े? पढ़िए इस आर्टिकल में...

सबसे बड़ी बगावत सुमावली विधानसभा में देखने को मिली...
तो बात कुछ ऐसी है की जब से कांग्रेस ने सभी 229 सीटों पर उम्मीदवार घोषित किए, तब से ही कई सीटों पर बगावती सुर पनपने लगे। इनमें से ये चार सीटें भी हैं जहां पर कुछ कांग्रेस में ऐसी फूट हुई, कि खुद कांग्रेस को ही इस फूट के सामने सरेंडर करना पड़ा। सबसे ज्यादा बगावत कांग्रेस को सुमावली में झेलनी पड़ी। टिकट में नाम न देखकर विधायक अजब सिंह कुशवाहा ने अपना कुर्ता फाड़ते हुए कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद वे BSP में शामिल हो गए। उनकी इस बगावत ने कांग्रेस की नींद उड़ा दी। कांग्रेस को ये डर सताने लगा की कहीं ये विधानसभा सीट उसके हाथ से न निकल जाए। बस फिर क्या था... इस भारी बागवत को देखते हुए कांग्रेस ने विधायक अजब सिंह कुशवाहा को सुमावली से टिकट देकर उनकी घर वापसी करवा दी।

बड़नगर से मोरवाल का टिकट काटा... बगावत होते देख फिर दे दिया मौका
सुमावली जैसे हालात कांग्रेस को बड़नगर में भी देखने को मिले। यहां कांग्रेस ने वर्तमान विधायक मुरली मोरवाल का टिकट काट दिया। आपको बता दें की मुरली मोरवाल के बेटे पर रेप का आरोप है। इस घटना की वजह से पूरी कांग्रेस पार्टी की काफी फजीहत हो चुकी है, और शायद यही वजह थी की कांग्रेस ने इस बार मुरली मोरवाल का टिकट काट दिया। ताकि इन आरोपों से पीछा छुड़ाया जा सके। लेकिन ये तरीका कांग्रेस को खुद पर ही भारी होते दिखा। मोरवाल के समर्थकों ने ऐसा विरोध किया की पार्टी बैकफुट पर आ गई, और दोबारा मुरली मोरवाल को बड़नगर से उम्मीदवार बना पड़ा।

पिपरिया और जावरा में भी बदले कैंडिडेट...
सुमावली, बड़नगर जैसे हालात पिपरिया और जावरा विधानसभा में देखने को मिले। जहां कांग्रेस ने विरोध के चलते अपने प्रत्याशी बदल दिए। पिपरिया विधानसभा में कांग्रेस ने गुरुचरण की जगह वीरेंद्र बेलवंशी को टिकट दिया, तो वहीं जावरा से हिम्मत श्रीमाल की जगह वीरेंद्र सोलंकी को मैदान में उतारा है