Edited By Himansh sharma, Updated: 04 Jul, 2025 11:07 AM

सीधी जिले के जनपद पंचायत सिहावल अंतर्गत ग्राम अमहवा में गुरुवार को एक दुर्लभ और कम दिखाई देने वाला सांप देखा गया।
सीधी। (सूरज शुक्ला): मध्य प्रदेश के सीधी जिले के जनपद पंचायत सिहावल अंतर्गत ग्राम अमहवा में गुरुवार को एक दुर्लभ और कम दिखाई देने वाला सांप देखा गया। यह सांप 'कॉमन सेंड बोआ स्नेक' (Common Sand Boa Snake) के नाम से जाना जाता है, जिसे स्थानीय भाषा में "मिट्टी वाला सांप" भी कहा जाता है। यह सांप जहरीला नहीं होता और इंसानों के लिए बिल्कुल भी खतरनाक नहीं माना जाता, फिर भी इसकी उपस्थिति से ग्रामीणों में कुछ समय के लिए दहशत फैल गई।
ग्राम निवासी संतलाल गुप्ता के घर में इस सांप को देखा गया। जिसके बाद तुरंत वन विभाग को सूचना दी गई। वन विभाग कंट्रोल रूम के प्रभारी पंकज मिश्रा मौके पर पहुंचे और सांप को सुरक्षित रेस्क्यू कर नजदीकी जंगल में छोड़ दिया। पंकज मिश्रा ने जानकारी दी कि यह सांप सीधी जिले में सबसे ज्यादा पाया जाने वाला प्रजाति है। लेकिन यह लोगों की नजर में बहुत ही कम आता है, क्योंकि यह अधिकतर समय मिट्टी के नीचे या जंगली क्षेत्र में छिपा रहता है। यह सांप न तो विषैला होता है और न ही इंसानों पर हमला करता है, लेकिन आत्मरक्षा में यह कभी-कभी अपनी पूंछ या सिर से आंखों की तरफ वार करता है।
इस सांप का मुख्य भोजन छोटे पक्षी, गिलहरियां, पक्षियों के अंडे और छोटे जानवर होते हैं। यह धीरे-धीरे रेंगने वाला और रात में सक्रिय रहने वाला प्राणी है। विशेषज्ञों का मानना है कि जब तक इसे छेड़ा न जाए, यह किसी को नुकसान नहीं पहुंचाता। वन विभाग ने अपील की है कि यदि इस तरह के सांप नजर आएं तो डरें नहीं, बल्कि तुरंत विभाग को सूचना दें ताकि उन्हें सुरक्षित उनके प्राकृतिक आवास में छोड़ा जा सके।