Edited By meena, Updated: 21 Jan, 2020 11:28 AM
भोपाल से सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के निवास पर एक पाउडर जैसा रासायनिक पदार्थ और धमकी भरे पत्र के साथ कुछ बड़े नेताओं की फोटो भेजने वाली घटना का मध्यप्रदेश पुलिस के एटीएस ने मामले में बड़े खुलासे किए...
भोपाल(इजहार हसन खान): भोपाल से सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के निवास पर एक पाउडर जैसा रासायनिक पदार्थ और धमकी भरे पत्र के साथ कुछ बड़े नेताओं की फोटो भेजने वाली घटना का मध्यप्रदेश पुलिस के एटीएस ने मामले में बड़े खुलासे किए हैं। एटीएस ने गंभीरता से जांच करते हुए प्रथम दृष्टया दो संदेही हफीज र्उरहमान एवं नासेहा बेगम को आरोपी पाया। मामले में धनेगांव नांदेड निवासी एक अन्य संदेही सैयद अब्दुल रहमान की पहचान हुई है। अब्दुल रहमान पेशे से होम्योपैथिक डॉक्टर है, जो नांदेड में प्राइवेट क्लीनिक चलाता है।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एटीएस राजेश कुमार गुप्ता के अनुसार, अभी तक की पूछताछ में यह बात सामने आई है कि आरोपी सैयद अब्दुल रहमान का अपने भाई हफीजर्उरहमान एवं मां नासेहा बेगम के साथ सम्पत्ति और शादी की वजह से विवाद चल रहा था। अनबन होने से अब्दुल रहमान के खिलाफ उसके भाई ने वर्ष 2014 में नांदेड में हत्या के प्रयास संबंधी रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिसमें आरोपी को 18 दिन जेल में भी रहना पड़ा था। इन सभी बातों से परेशान होकर आरोपी अब्दुल रहमान ने अपने भाई हफीजर्उरहमान, मां नासेहा बेगम तथा इन सभी का साथ देने वाले निकट संबंधियों व पड़ोसियों से बदला लेने की नीयत से प्लानिंग करके दस्तावेज तैयार किए और और अपने ही परिवार को फसाने के लिए घटना को अंजाम दिया।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ने यह भा बताया कि जांच में पता चला है कि आरोपी अब्दुल रहमान ने 2019 में एक पत्र अंसार उल मुसलमीन नामक संगठन के नाम से अपने भाई के कॉलेज के चांसलर को भेजा था, जिस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद उसने नांदेड के पुलिस अधीक्षक व डीएसपी को भी पत्र भेजे गए थे, लेकिन यह मामला भी ठंडा पड़ गया। इन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद आरोपी अब्दुल रहमान ने और योजना बनाई और इंटरनेट पर सर्च करने के बाद कश्मीर के बीजेपी नेता, साध्वी प्राची एवं भोपाल की सांसद प्रज्ञा ठाकुर अक्टूबर 2019 को संदिग्ध पत्र भेजे।
जांच में पाया गया कि जो लेटर साध्वी प्रज्ञा को भेजे गए थे उनमें अब्दुल रहमान ने उर्दू भाषा का एक पत्र, अपने भाई हफीज र्उरहमान की मार्कशीट व अन्य दस्तावेज एवं मां नासेहा बेगम का वोटर आईडी कार्ड भी रखा था। इन सभी दस्तावेजों को आरोपी अब्दुल रहमान ने प्लानिंग कर भेजा गया था, ताकि दोनों को फसाया जा सके। लिफाफे में आरोपी ने अपने निकट संबंधियों एवं परिवार का साथ देने वाले पड़ोसियों के नाम और फोटो भी भेजे गए थे। उसने कुछ फोटो इंटरनेट से एवं कुछ फोटो व्हाटसएप डीपी से प्राप्त किए थे। पत्र के साथ अगरबत्ती के पैकेट के अंदर वाले पॉलीथीन के पाउच में एक पाउडर जैसा रासायनिक पदार्थ भी भेजा था, जिसे आरोपी ने पटाखों की दुकान पर मिलने वाले बच्चों के छोटे पटाखों के अंदर वाली बारूद होना बताया। पत्र के अंदर प्राप्त मटेरियल को जांच के लिए एफएसएल भेजा गया है।
गौरतलब है कि सांसद प्रज्ञा ठाकुर के निवास पर किसी अज्ञात ने कैमिकलयुक्त लिफाफा, कुछ बड़े नेताओं की फोटो जिसमें पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, सांसद साध्वी प्रज्ञा को मारने का धमकी भरा पत्र भेजा था। इसकी पुलिस में एफआईआर सांसद के निज सचिव पुरूषोत्तम नामदेव ने कराई थी। मामले को गंभीरता से लेते हुए एटीएस ने जांच की गई थी।