Edited By meena, Updated: 13 May, 2022 05:16 PM
अंतागढ़ के महिला बाल विकास के लिपिक की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जहां कुपोषण दूर करने के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही किलकारी योजना में अभी तक आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं पैसा नहीं दिया गया है इसका खुलासा अंतागढ़ विधायक की जन चौपाल आमाबेड़ा में हुआ।...
कांकेर(लीलाधर निर्मलकर): अंतागढ़ के महिला बाल विकास के लिपिक की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जहां कुपोषण दूर करने के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही किलकारी योजना में अभी तक आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं पैसा नहीं दिया गया है इसका खुलासा अंतागढ़ विधायक की जन चौपाल आमाबेड़ा में हुआ। आमाबेड़ा में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने महिला बाल विकास विभाग के लिपिक पर गंभीर आरोप लगाया है। आंगनबाड़ी के अंतर्गत आने वाली सामग्री को खुद के खर्चे पर अपनी अपनी आंगनबाड़ी केंद्रों में ले जाना पड़ता है। और पिछले कुछ महीनों से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं कि पूरा सैलरी नहीं मिलने से घर चलाने में दिक्कतें हो रही है इस समस्या को जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अंतागढ़ क्षेत्र के आमाकड़ा में आए थे तब मुख्यमंत्री का काफिला को रोका गया था।
इसी दौरान महिलाओं की रोती बिलखती वाली वीडियो जमकर सोशल मीडिया में जम कर वायरल हुई थी। महिलाओं कार्यकर्ताओं का कहना है कि पहले से सैलरी कम के चलते आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ता है और दूसरी तरफ सैलरी से हर माह 1500 से 2000 लिपिक द्वारा काट दिया जाता है। जिससे महंगाई के दौर में बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। यह समस्या अंतागढ़ विधानसभा के विधायक को आमाबेड़ा दौरे में भी सुनाई जिस पर विधायक ने मामले की गंभीरता से लेते महिलाओं के साथ जमीन में बैठकर चर्चा की जिसे महिलाएं में भरोसा तो हुई हैं लेकिन वह अपनी वेतन विसंगति पर अभी भी राज्य सरकार को मांग रही है ।