Edited By Himansh sharma, Updated: 26 Jun, 2025 06:46 PM

पिछले कई वर्षो से विकास की पटरी पर सरपट दौडऩे की मंशा पाल रहे रतलाम को दो दिन बाद होने वाली रिजनल राईज कान्क्लेव से बडी उम्मीदे है।
रतलाम। (समीर खान): पिछले कई वर्षो से विकास की पटरी पर सरपट दौडऩे की मंशा पाल रहे रतलाम को दो दिन बाद होने वाली रिजनल राईज कान्क्लेव से बडी उम्मीदे है। कान्क्लेव को लेकर जिस प्रकार उद्योग संस्थान और निवेशक यहा आने का उत्साह दिखा रहे है उससे लगता है कि रतलाम में निवेशको को बेहतर भविष्य दिख रहा है। शायद यही वजह है कि कान्क्लेव में भाग लेने के लिए करीब पांच हजार प्रतिभागियों ने अपना रजिस्टे्रशन करवा दिया है। कहा जा रहा है कि जिस प्रकार बीते वर्षो में इंदौर के समीप पिथमपुर औद्योगिक विकास में उभरा, ठीक इसी तरह अब रतलाम के उभरने की उम्मीदे है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की उपस्थिति में 27 जून को आयोजित होने वाली रीजनल राइस कॉन्क्लेव की तैयारियां जोरों पर चल रही है। प्रदेश के सूक्ष्म लघु मध्यम उद्यम मंत्री चैतन्य काश्यप रीजनल राइज कॉन्क्लेव के सफल आयोजन के लिए तैयारियो की स्वयं लगातार मॉनीटरिंग कर रहे हैं। स्थानीय नेहरू स्टेडियम पोलो ग्राउंड पर कॉन्क्लेव आयोजन के लिए बडे पैमाने पर दिन-रात काम किया जा रहा है। कलेक्टर राजेश बाथम द्वारा भी समय सीमा में तैयारी को पूर्ण करने के लिए आयोजन स्थल पर पहुंचकर सतत् निरीक्षण किया जा रहा है। कॉन्क्लेव में शामिल होने के लिए देश प्रदेश के कई प्रतिष्ठित औद्योगिक संस्थान तथा नामचीन उद्योगपति रतलाम आ रहे हैं। कॉन्क्लेव के लिए इन्वेस्ट एमपी पोर्टल पर अब तक 5000 प्रतिभागी अपना रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं, रजिस्ट्रेशन निरंतर जारी हैं।
निवेशको से वन टू वन चर्चा करेंगे सीएम
रतलाम के औद्योगिक विकास को नया कैनवास देने वाली रीजनल राइज कांक्लेव में मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव स्वयं उपस्थित रहकर उद्योगपतियों तथा निवेशकों से वन टू वन चर्चा करेंगे उनके साथ बैठके आयोजित होगी। रीजनल कॉन्क्लेव में शामिल होने न्यू जील, श्रीजी, जैक्सन, ओरियाना पावर ,एकेटी टायर्स, तिरुपति बालाजी डरलम, बीबा, एलकेम, गोल्ड क्रेस्ट सीमेंट जैसी कई ख्यात कंपनीयो द्वारा सहमति दी गई है। एमपीआईडीसी के निदेशक राजेश राठौड ने बताया कि कॉन्क्लेव में लगभग 1500 करोड रुपए के निवेश प्रस्ताव आएंगे। रीजनल राइज कॉन्क्लेव न केवल रतलाम के औद्योगिक विकास की नई तस्वीर पेश करेगी बल्कि रतलाम से लगे 1466 हैक्टेयर के निवेश क्षेत्र को नई उडान भी देने जा रही है। कॉन्क्लेव के जरिए दिल्ली मुंबई 8 लेन एक्सप्रेस-वे से लगे हुए रतलाम निवेश क्षेत्र का अब तेजी से औद्योगिकरण सुनिश्चित हो जाएगा। अभी रतलाम निवेश क्षेत्र में 600 करोड रुपए के निवेश के साथ फ्यूजी यामा जैसी प्रतिष्ठित सोलर उपकरण निर्माता कंपनी आ चुकी है जिसकी अधोसंरचना निर्माण जारी है। कंपनी को 25 हेक्टेयर भूखंड आवंटित कर दिया गया है। कॉन्क्लेव के पश्चात अन्य प्रतिष्ठित कंपनियों द्वारा भी निवेश क्षेत्र में औद्योगिक इकाईयां बडी संख्या में स्थापित की जाने वाली है जिनके जरिए हजारों युवाओं को रोजगार मिलेगा। पीथमपुर के बाद मध्य प्रदेश में रतलाम निवेश क्षेत्र दूसरा ऐसा औद्योगिक क्षेत्र होगा जो औद्योगिक विकास की अपनी अलग चमक बिखेरेगा। रतलाम निवेश क्षेत्र विकास में रतलाम की रीजनल राइज कांक्लेव और अधिक तीव्र गति देने का कार्य करेगी।
कान्क्लेव के दौरान ही करीब 500 से ज्यादा भूखण्ड देने की तैयारी
रतलाम की रीजनल राइस कॉन्क्लेव कौशल विकास रोजगार सृजन के साथ औद्योगिक विकास पर केंद्रित होगी। इस दौरान करीब 500 से अधिक युवाओं को रोजगार के ऑफर लेटर प्रदान किए जाएंगे। कांक्लेव में प्रदेश के एक लाख से अधिक युवाओं को स्वरोजगार के लिए लगभग 1000 करोड रुपए के ऋण वितरित किए जाएंगे। प्रदेश के सूक्ष्म लघु मध्यम उद्यम मंत्री श्री चैतन्य काश्यप के निर्देशन में एमएसएमई विभाग द्वारा औद्योगिक तथा निवेश इकाइयों को 500 से ज्यादा भूखंड आवंटन प्रमाण पत्र कॉन्क्लेव के दौरान प्रदान करने की तैयारी की गई है। रीजनल कॉन्क्लेव में सूक्ष्म लघु मध्यम इकाइयों द्वारा अपने उत्पादों की प्रदर्शनी भी आयोजित की जाएगी।
रतलाम को मालवा की आर्थिक राजधानी बनाने में जुटे काश्यप
एक समय था जब रतलाम में और रतलाम जिले में कई औद्योगिक संस्थान थे और इन औद्योगिक इकाईयो के चलते कई लोगों को रोजगार भी मिलता था। लेकिन बीच में एक समय ऐसा भी आया जब विभिन्न औद्योगिक इकाइया बंद हुई और विकास की रफ्तार भी धीमी हुई। लेकिन पिछले करीब एक दशक से रतलाम का नेतृत्व कर रहे विधायक और अब प्रदेश सरकार के केबिनेट मंत्री चेतन्य काश्यप लगातार इस बात पर जोर देते रहे है कि वे रतलाम को रतलाम को मालवा की आर्थिक राजधानी बनाना चाहते है। समय-समय पर विभिन्न पत्रकारवार्ताओं से लेकर अपना विजन डाक्यूमेंट जनता के सामने रखने के दौरान काश्यप यह कहते आए है कि वे रतलाम में सडक़ बिजली पानी और शिक्षा स्वास्थ्य से लेकर और आर्थिक विकास को भी नई उंचाईयों पर ले जाने को प्रतिबंद्घ है और इसके लिए राज्य और केन्द्र सरकार से लगातार संपर्क करते हुए जितना भी हो सके रतलाम का विकास करना चाहते है। पिछले करीब एक दशक में यह देखा भी गया कि रतलाम में बुनियादी ढाचा मजबूत हुआ तो वहीं शिक्षा और स्वास्थ्य में सुविधाए भी मिली। अब जहां तक शहर के आर्थिक विकास को पंख लगाने की बात है तो यह रिजन कान्क्लेव एक बडा टर्र्निंग पाइंट साबित होगा। बीते समय में जिस प्रकार रतलाम में पर्याप्त मात्रा में औद्योगिक विकास के लिए जमीन आरक्षित हुई और फिर दिल्ली मुबंई एक्सप्रेस वे जैसी बडी कनेक्टीविटी शहर को मिली तो इसी आधार पर अब रिजन कान्क्लेव की सफलता की उम्मीद की जा रही है और यह कहा जाने लगा है कि यदि यह रिजन कान्क्लेव सफल रही तो पिथमपुर की तरह रतलाम का भी ना सिर्फ औद्योगिक विकास होगा बल्कि काश्यप समेत कई लोगों का रतलाम को मालवा की आर्थिक राजधानी बनती देखने का सपना भी पूरा होगा।