Edited By rehan, Updated: 27 Jul, 2018 10:42 AM

मध्यप्रदेश के हर कलेक्टर कार्यालय में दलाली के रोज किस्से आते हैं। लोकसेवा केन्द्रों के जरिए सरकार का दावा होता है कि सब काम आसानी से हो जाएगा। लेकिन काम कितना होगा वो तो व्यक्ति ही जानता है। लिहाजा वो काम करवाने के लिए दलालों के पास जाता है
जबलपुर : मध्यप्रदेश के हर कलेक्टर कार्यालय में दलाली के रोज किस्से आते हैं। लोकसेवा केन्द्रों के जरिए सरकार का दावा होता है कि सब काम आसानी से हो जाएगा। लेकिन काम कितना होगा वो तो व्यक्ति ही जानता है। लिहाजा वो काम करवाने के लिए दलालों के पास जाता है। जबलपुर के कलेक्टर कार्यालय में दलाल तो सक्रिय हैं लेकिन अब वकील भी यहां पर अपनी प्रैक्टिस जमा चुके हैं। वो लोगों के आय-जाति प्रमाण पत्र बनवाने का जिम्मा उठा रहे हैं। ऐसे में कलेक्ट्रेट बार ने वकीलों को जमकर हड़काया। बार के कोषाध्यक्ष विनोद तिवारी लोकसेवा केंद्र में पहुंचे और कहा कि आप लोग बड़े केस लड़ें। यहां दलाली न करें।
इस दौरान विनोद तिवारी ने वकीलों से कहा कि आप लोग कुर्सी पर बैठकर काम करें। लेकिन सवाल यहां ये उठ रहा है कि कोई शख्स वकील के ज़रिए काम करवा रहा है उसमें बुराई क्या है। अगर लोकसेवा केंद्र में इतना काम आसान होता तो लोग क्यों वकील के पास आते।