Edited By meena, Updated: 06 Mar, 2025 01:48 PM

मध्यप्रदेश शासन में पंचायत और श्रम मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल के जनता भिखारी वाले बयान पर घमासान मचा हुआ है...
बालाघाट (हरीश लिलहरे) : मध्यप्रदेश शासन में पंचायत और श्रम मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल के जनता भिखारी वाले बयान पर घमासान मचा हुआ है। कांग्रेस लगातार प्रहलाद पटेल से माफी की मांग कर रही है यहां तक की मंत्री का पुतला दहन करके उनके बयान की निंदा करते हुए उनसे इस्तीफे की मांग की जा रही हैं। इस मामले में बालाघाट के चार कांग्रेस विधायक और जिला पंचायत अध्यक्ष मंत्री पटेल के बयान पर हमलावर दिखाई दिए। कांग्रेस विधायकों ने बुधवार को सर्किट हॉउस में पत्रकार वार्ता लेकर मंत्री पटेल के बयान की निंदा करते हुए उनके इस्तीफे की मांग की साथ ही चरणबद्ध आंदोलन की जानकारी भी दी।
मंत्री प्रहलाद पटेल के जनता भिखारी वाले बयान को लेकर देश-प्रदेश में मामला गरमानें के बीच बालाघाट जिले के चार कांग्रेसी विधायकों में बैहर विधायक और जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष संजय उइके, बालाघाट विधायक अनुभा मुंजारे, वारासिवनी विधायक विवेक पटेल, परसवाड़ा विधायक मधु भगत और जिला पंचायत अध्यक्ष सम्राट सरसवार ने सर्किट हॉउस में पत्रकार वार्ता ली और मंत्री पटेल के पिछले दिनों दिए लोगों को भिखारी वाले बयान की निंदा करते हुए इस्तीफे की मांग की साथ जनता के लिए कहे गए पटेल के बयान को आपत्तिजनक बताया।
विधायक अनुभा मुंजारे ने कहा कि मंत्री प्रहलाद पटेल का बयान बेहद तकलीफ देह है। हम इसकी निंदा करते हैं। उन्होंने कहा कि हमें नहीं भूलना चाहिए कि जनप्रतिनिधि को नहीं भूलना चाहिए कि हम जनता से चुनकर यहां बैठे हैं और जनता ही सर्वमान्य है। जनता भिखारी नहीं मालिक है और हम सेवक हैं। बाबा साहब अंबेडकर ने संविधान के तहत हमें जो लोकतंत्र की व्यवस्था दी है इसका मतलब जनता द्वारा, जनता के लिए और जनता का शासन। जनता जिसको चाहे पद पर बैठा देगी और जनता जिसके खिलाफ मतदान कर दे उसे एक मिनट भी नहीं लगता जमीन पर आने को। यहीं वजह है कि जब कोई नेता चुनकर जननेता बन जाता है तो जनता उससे अपेक्षा भी करती है। ऐसे में यदि कोई नेता चुने जाने के बाद जनता को अनदेखा करता है या जनता का अपमान करता है तो निसंदेह जनता समय आने पर उसे आइना दिखाएगी।