Edited By Himansh sharma, Updated: 04 Jul, 2025 01:27 PM

सीएम मोहन यादव ने स्टूडेंट्स को दी लैपटॉप की राशि
भोपाल। 'आज का यह कार्यक्रम सभी कार्यक्रमों से हटकर है। सरकार का उत्तरदायित्व है कि भविष्य की संभावनाओं को पोषित करे, सक्षम करे, समाज में आगे आने का अवसर प्रदान करे, उनकी सभी प्रकार की सहायता करे। मुझे 94 हजार 234 विद्यार्थियों का आंकड़ा देखकर गर्व महसूस हो रहा है। इन आंकड़ों में 40 फीसदी बेटे और 60 फीसदी बेटियां हैं। यह बेटों के लिए चुनौती है कि भविष्य में अपनी स्थिति मजबूत करें। हमारी बेटियां इस चुनौती का और अच्छे से सामने करेंगी। सरकारी स्कूल के बच्चों का परसेंट 52 है और प्राइवेट का 48 है। इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग को बधाई। यह बात मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 4 जुलाई को कही। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शुक्रवार को कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में प्रतिभाशाली विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना की लैपटॉप वितरण राशि कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में 75 फीसदी से ऊपर अंक लाने वाले 94 हजार 234 स्टूडेंट्स के खातों में 235 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए। इस तरह हर स्टूडेंट को 25 हजार रुपये दिए गए। कार्यक्रम में कई बच्चों ने मंचे से अपने अनुभव भी बांटे।
कार्यक्रम में सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा कि यह परिणाम बताता है कि सीमित संसाधनों में भी गुदड़ी के लाल खड़े होते हैं। यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और हम सब सरकारी स्कूल में पढ़कर उच्च पदों पर पहुंचे। 15 साल में 4 लाख से ज्यादा बच्चे इस योजना का लाभ उठा चुके हैं। इस योजना में 1 हजार 80 करोड़ से ज्यादा की राशि खर्च की गई। किताबें हमारी सच्ची दोस्त हैं। बच्चे और आगे बढ़ेंगे तो इलेक्ट्रिक स्कूटी मिलेगी। हमारी सरकार बच्चों को डॉक्टर बनाने के लिए 80-80 लाख रुपये खर्च करने को तैयार है। मेडिकल कॉलेज की पूरी फीस सरकार देगी। सरकार बच्चों को इंटर्नशिप के बाद मेडिकल ऑफिसर बनाकर समाज सेवा का मौका देगी। इस साल प्रदेश में 36 मेडिकल कॉलेज हो जाएंगे, दो साल में यह संख्या 50 हो जाएगी। इन मेडिकल कॉलेजों में 10 हजार सीटें हो जाएंगी।
हर सब्जेक्ट के बच्चों की करेंगे मदद
उन्होंने कहा कि हम केवल डॉक्टर बनने वाले छात्रों की ही मदद नहीं करेंगे, बच्चे जिस भी क्षेत्र में जाना चाहेंगे, उनकी मदद की जाएगी। इसी तरह हमारा बच्चों को बढ़ाने संकल्प पूरा होगा। जब मैंने बच्चों से पूछा कि भविष्य में क्या बनना है तो किसी ने कहा डॉक्टर बनना है, आईएएस बनना, आईपीएस बनूंगा, प्रोफेसर बनूंगा, इनकम टैक्स इंस्पेक्टर बनूंगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इनकमटैक्स और यूपीआई पेमेंट की दिशा ही बदल दी। आज भले हमारे पास जेब में रुपये न हों, लेकिन अगर हाथ में मोबाइल है तो हम खरीदारी कर लेते हैं। यह दिखाता है कि यह अद्भुत समय चल रहा है। आज भारत के गांवों का माहौल बदल गया है। ग्रामीण रुरल सड़कें बनने से पहुंच आसान हो गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीबों का खाता खोलकर उनका पैसा सीधे उनके खातों में पहुंचाया। उनकी इस बात ने डिग्री वालों को फैल कर दिया।
अंगदान करने वालों को देंगे गार्ड ऑफ ऑनर
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि अपना देश सबसे बड़ा लोकतंत्र है। नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने 1923 में आईसीएस परीक्षा पास की और डिग्री फाड़कर फेंक दी। देश को आगे बढ़ाने के लिए हमको नेता भी चाहिए, किसान भी चाहिए, सेना के जवान भी चाहिए। इन क्षेत्रों में भी युवाओं को आगे आना चाहिए, हर चुनौती का सामना युवाओं को करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगली बार से कोशिश होगी की लैपटॉप की राशि न देकर, लैपटॉप ही दे दिया जाए। इस बार हम 15 लाख साइकिलें देंगे। हम अंगदान को भी प्रोत्साहन दे रहे हैं। अगर कोई अपने अंगदान करता है तो हम उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर देंगे। इससे समाज को प्रोत्साहन मिलेगा। अंगदान का मतलब अमरता है।