Edited By meena, Updated: 25 Jun, 2025 02:13 PM

मध्य प्रदेश में डीएपी-यूरिया की किल्लत से किसान परेशान है। मानसून के साथ खरीफ की फसल की बुआई शुरु हो चुकी है...
डबरा/भितरवार (भरत रावत): मध्य प्रदेश में डीएपी-यूरिया की किल्लत से किसान परेशान है। मानसून के साथ खरीफ की फसल की बुआई शुरु हो चुकी है, लेकिन किसानों को पर्याप्त खाद नहीं मिल पा रही है। आए दिन किसान सरकार के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी कड़ी में ग्वालियर जिले में डीएपी और यूरिया खाद की भारी कमी से किसान सड़क पर उतर आए हैं। डबरा और भितरवार क्षेत्र के खाद गोदामों पर सुबह से ही किसानों की लंबी कतारें लगी है। प्रशासन पर खाद वितरण को लेकर लापरवाही और वितरण व्यवस्था में अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए किसानों ने जमकर हंगामा किया।
बोरियों के साथ बोतल मिलने पर भड़के किसान
खाद के लिए किसानों को रात से ही लंबी लंबी लाइनों में लगना पड़ता है। डबरा खाद गोदाम पर भी किसान देर रात से लाइन में लगे थे। लेकिन किसानों का गुस्सा तब भड़क उठा जब खाद की बोरियों के साथ प्लास्टिक की बोतलें बांटी जाने लगीं। किसानों ने खाद वितरण में धांधली का आरोप लगाते हुए गोदाम प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की।

किसान यूनियन टिकैत का समर्थन, आंदोलन की चेतावनी
डबरा और भितरवार के किसानों को भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) उत्तराखंड का समर्थन मिला है। यूनियन पदाधिकारियों ने स्पष्ट कहा कि यदि किसानों को राहत नहीं मिली तो वे बड़ा आंदोलन खड़ा करेंगे। प्रशासन से पारदर्शी वितरण और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है।

भितरवार में तहसीलदार को महिलाओं ने घेरा
हंगामें को शांत करने जब तहसीलदार धीरज सिंह परिहार भितरवार खाद गोदाम पहुंचे तो किसान महिलाओं ने उन्हें घेर लिया। महिलाओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि खाद वितरण में भेदभाव नहीं चलेगा, सभी को समान रूप से खाद दी जाए।
धान की फसल पर संकट के बादल
किसानों का कहना है कि धान की बुआई का समय नजदीक है और यदि खाद समय पर नहीं मिली तो उनकी फसल पर संकट आ जाएगा, जिससे उन्हें भारी नुकसान झेलना पड़ेगा।
प्रशासन पर उठे सवाल, कार्रवाई की मांग तेज
किसान संगठनों और यूनियन ने दोषियों पर कार्रवाई और तत्काल राहत की मांग की है। अब सबकी नजरें प्रशासन पर टिकी हैं कि कब तक इस खाद संकट का समाधान निकलेगा।